हिंसक गतिविधियों के लिए देश के कई हिस्से में चर्चा में रहने वाली पीसीआई (माओवादी) सरकार के साथ शांति वार्ता के लिए तैयार है। उसने कहा है कि अगर सरकार की ओर से हमले बंद हो जायें तो वह भी युद्ध विराम के लिए तैयार है। उधर, सरकार की ओर से हथियार डालने की शर्त रखी गयी है। आख़िर, माओवादी पार्टी को यह ताक़त कहाँ से मिली कि वह सरकार के साथ युद्ध छेड़े? इस पार्टी का इतिहास क्या है?