देश में आजकल मस्जिदों के नीचे मंदिर ढूँढने का अभियान चल रहा है, लेकिन बिहार के बोधगया में मामला उलटा है। वहाँ एक बौद्धमंदिर को हिंदुओं से मुक्त कराने का आंदोलन चल रहा है। दरअसल, मौजूदा क़ानून के तहत महाबोधि मंदिर की प्रबंध समिति में बौद्धों के साथ-साथ हिंदू प्रतिनिधि भी होते हैं। ऑल इंडिया बुद्धिस्ट फ़ोरम के नेतृत्व में चल रहा आंदोलन मंदिर पर पूर्ण बौद्ध नियंत्रण की माँग कर रहा है। यह मामला 2012 में सुप्रीम कोर्ट भी पहुँचा था लेकिन अभी तक मामला विचाराधीन है। आंदोलनकारी सवाल उठा रहे हैं कि अगर अयोध्या के राम मंदिर समेत तमाम हिंदू मंदिरों में ग़ैर हिंदुओं का प्रतिनिधित्व नहीं है तो फिर बौद्धों के इतने महत्वपूर्ण मंदिर में हिंदुओं को जगह क्यों दी जाती है।