राहुल गाँधी की तस्वीर ‘बेईमानों की लिस्ट में’ शामिल करके अरविंद केजरीवाल ने एक बार फिर साफ़ किया है कि भ्रष्टाचार विरोध उनके लिए किसी प्रतिबद्धता का नहीं महज़ रणनीति का नाम है। ख़ुद को ‘कट्टर ईमानदार’ और विरोधियों को बेईमान बताना उनकी पुरानी अदा है, लेकिन इस सूची में राहुल गाँधी का नाम दर्ज करके उन्होंने अपनी भ्रष्टाचार विरोधी भंगिमा को हास्यास्पद बना दिया है। राहुल गाँधी से मतभेद रखने वाले भी उनकी ईमानदारी और निर्भयता पर शक़ नहीं कर सकते। तमाम एजेंसियों की उछल-कूद के बावजूद राहुल गाँधी जिस तरह जेल भेजने की चुनौती देते हुए मोदी सरकार के सामने तन कर खड़े हैं, वह इसका सबसे बड़ा सबूत है।