“भारत की लाखों पीड़ित जनता सूखे गले से जिस चीज़ के लिए बार-बार गुहार लगा रही है, वह है रोटी। वे हमसे रोटी माँगते हैं और हम उन्हें पत्थर पकड़ा देते हैं। भूख से मरती जनता को धर्म का उपदेश देना, उसका अपमान है। भूखे व्यक्ति को तत्व-मीमांसा की सीख देना उसका अपमान है।”