New Delhi Railway Station Stampede । RPF । Mahakumbh । Latest Hindi News । Satya Hindi Bulletin। नई रेलवे स्टेशन पर भीड़ क्यो हुई बेकाबू? “देश से झूठ बोल रहे थे 'रील मंत्री'... पकड़े गए”
महाकुंभ प्रयागराज में हुई भगदड़ के शिकार हुए लोगों के परिवारों को अभी एक पैसा मुआवजा नहीं मिला। लेकिन नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर शनिवार रात भगदड़ में मृत और घायलों के परिवार को रविवार सुबह 4 बजे से 10-10 लाख कैश बांटा जाने लगा। इस सवाल का जवाब क्या मिलेगा कि इतनी सुबह रविवार को रेलवे के पास इतना कैश कहां से आया। नियम जो तोड़े गये वो बात तो अलग ही है। जानिये पूरी कहानीः
महाकुंभ के रास्ते में 300 किमी लंबा जाम! अखिलेश यादव ने यूपी सरकार पर कुप्रबंधन का आरोप लगाया। क्या प्रशासन इस अव्यवस्था को संभाल पाएगा? पढ़ें पूरी खबर।
महाकुंभ प्रयागराज में पीएम मोदी के डुबकी लगाने के बाद इसकी चर्चा और बढ़ गई है। लेकिन जिस तरह से मोदी के इस स्नान को टीवी चैनलों ने पेश किया, उससे लग रहा था कि इससे पहले किसी और प्रधानमंत्री ने मानों यहां डुबकी न लगाई हो। वरिष्ठ पत्रकार ओंकारेश्वर पांडेय खंगाल रहे हैं कुंभ का इतिहासः
प्रधानमंत्री मोदी बुधवार को इलाहाबाद में संगम पर जाकर स्नान करेंगे। बुधवार 5 फरवरी को दिल्ली में मतदान है। मोदी ऐसा पहले भी कर चुके हैं। मतदान वाले दिन वे कहीं न कहीं हिन्दुत्व का प्रचार कर रहे होते हैं।
संसद के बजट सत्र में विपक्ष रोजाना महाकुंभ में हुई मौतों और अव्यवस्था का मुद्दा बार-बार उठाने की कोशिश कर रहा है। लेकिन मोदी सरकार के मंत्री, सांसद फौरन टोकाटाकी करने लगते हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार रो इस मुद्दे को धन्यवाद प्रस्ताव पर अपने भाषण के दौरान उठा दिया।
इलाहाबाद के अस्पतालों में चक्कर काटते, रेलवे स्टेशन पर बैठे थके-हारे लोग अभी भी आस में हैं कि शायद उनके अपने लौट आयें। कोई यह सवाल नहीं पूछ रहा कि हादसे के बाद बाबाओं के अखाड़ों ने श्रद्धालुओं को क्या राहत पहुंचाई। करोड़ों का प्रसाद बांटने वाले धनकुबेर ने क्या मदद की। स्तंभकार अपूर्वानंद की विचारोत्तेजक टिप्पणीः
क्या कुंभ के आयोजन में नाकामी के लिए योगी आदित्यनाथ को इस्तीफ़ा दे देना चाहिए? क्या भगदड़ में हुई मौतों ने कुंभ को भुनाने की कोशिशों पर पानी फेर दिया है? वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग से प्रो. मुकेश कुमार की बातचीत-
महाकुंभ में बुधवार को भगदड़ की दूसरी घटना भी हुई थी। ऐसा दावा कुछ प्रत्यक्षदर्शियों और मीडिया रिपोर्टों में किया गया है। अगर यह घटना सच है तो आंकड़ा निश्चित रूप से बढ़ेगा। लेकिन यूपी सरकार ने दूसरी भगदड़ की पुष्टि अभी तक नहीं की है। लेकिन सरकार पुष्टि करे न करे, सच छिप नहीं सकता, खासकर जो सबूत मौजूद हों।
महाकुंभ 2025 में हुई भगदड़ में कितनी मौतें हुईं। यूपी सरकार ने यह संख्या 30 बताई है। लेकिन मौके पर मौजूद एक रिपोर्टर ने 40 की संख्या बताई है। हालांकि कई लोग तो इसे 50 से भी ऊपर बता रहे हैं। सैकड़ों लापता लोगों का अभी भी पता नहीं है। कई चश्मदीदों ने और भी तथ्य बताये हैं। कई वीडियो दहलाने वाले हैं।