यह घटना रात करीब 10 बजे प्लेटफार्म 13 और 14 पर हुई, जब हजारों महाकुंभ श्रद्धालु अपनी ट्रेनों में चढ़ने के लिए एकत्र हुए थे, जिससे यात्रियों में दहशत फैल गई। सूत्रों ने बताया कि शनिवार रात नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर अत्यधिक भीड़ के बाद मची भगदड़ में कई यात्री घायल भी हुए हैं।
पुलिस उपायुक्त (डीसीपी) रेलवे, केपीएस मल्होत्रा ने भगदड़ की वजह बताई है- "जब प्रयागराज एक्सप्रेस प्लेटफॉर्म नंबर 14 पर खड़ी थी, तो प्लेटफॉर्म पर काफी लोग मौजूद थे। स्वतंत्रता सेनानी एक्सप्रेस और भुवनेश्वर राजधानी देरी से चल रही थीं और इन ट्रेनों के यात्री भी प्लेटफॉर्म नंबर 12,13 और 14 पर मौजूद थे। जानकारी के अनुसार, 1500 जनरल टिकट बेचे गए थे। यही कारण है कि भीड़ बेकाबू हो गई। प्लेटफॉर्म नंबर 14 और प्लेटफॉर्म नंबर 1 के पास एस्केलेटर के पास भगदड़ जैसी स्थिति थी।"
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भगदड़ के बाद, प्लेटफॉर्म और सीढ़ियों पर कपड़े, चप्पल, जूते और अन्य सामान बिखरे हुए दिखाई दिए, जिससे पता चलता है कि यह भगदड़ कितनी भयावह रही होगी।
सोशल मीडिया पर कई वीडियो सामने आए हैं, जिनमें रेलवे स्टेशन पर यात्रियों की भारी भीड़ दिखाई दे रही है - कुछ लोग अपने बच्चों को कंधों पर उठाए हुए हैं, जबकि अन्य लोग इस अफरा-तफरी के बीच अपने सामान के साथ संघर्ष कर रहे हैं।
🚨BREAKING: DEADLY STAMPEDE AT NEW DELHI RAILWAY STATION! 😨
— Mukund 🇮🇳 (@MukundSahu_2004) February 15, 2025
Multiple casualties reported, dozens injured in chaotic scenes; victims rushed to LNJP Hospital.💔
"When will the government wake up?"😡#DelhiStampede #LNJPHospital https://t.co/9J1F4q0Tcw pic.twitter.com/Ih1eR1pUgu
The scene after the #stampede at #NewDelhi #RailwayStation. The #shoes and #slippers left behind by the people are a testimony to the kind of trouble that had befallen the people.#Delhi #Prayagraj #prayagrajtraffic "दिल्ली रेलवे स्टेशन" #NewDelhiRailwayStation
— 6 Block South Patel Nagar (NGO REGD)🇮🇳 (@NgoPatelNagar) February 15, 2025
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जिम्मेदार कौन है
प्रयागराज में महाकुंभ स्नान के लिए भीड़ बढ़ने की खबरें उत्तर भारत के तमाम शहरों से पहले ही आ रही थीं। नई दिल्ली रेलवे स्टेशन पर भी चार दिनों से भीड़ बढ़ रही थी। लेकिन रेलवे अधिकारी, पुलिस, रेलवे सुरक्षा बल हालात को संभाल नहीं पा रहे थे। लेकिन इस भीड़ बढ़ने से रोकने या इसे संभालने का कोई प्रबंधन नहीं किया गया। पुलिस को यात्रियों को जांच के नाम पर परेशान करते तो देखा गया लेकिन भीड़ को संभालने की कोशिश नहीं की गई। ताज्जुब है कि रेल मंत्री को इस भीड़ बढ़ने की कोई सूचना नहीं थी।- प्रयागराज महाकुंभ भगदड़ में 30 लोगों की मौत का सरकारी आंकड़ा दिया गया था। सरकार ने श्रद्धालुओं को ही इसका जिम्मेदार ठहरा दिया था। लेकिन बाद में मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को इसमें साजिश भी नजर आई थी। उन्होंने बाकायदा बयान दिया था कि साजिश का पता लगाया जायेगा।
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