क्या सत्तारूढ़ हिंदुत्ववादी शक्तियाँ इतिहास के इस कटु यथार्थ से कोई सबक़ लेंगी या सत्ता में बने रहने के लिए ’बँटोगे तो कटोगे’ का हथियार चलाते हुए देश को अशांति की अग्नि में झोंकती रहेंगी?
उत्तर प्रदेश के बहराइच में दुर्गा पूजा शोभायात्रा में दंगे के दौरान मारे गए राम गोपाल मिश्रा की पोस्टमार्टम रिपोर्ट पर आख़िर इतना हंगामा क्यों है? जानिए, मीडिया पर बड़े सवाल क्यों?
बिहार में भाजपा सांसद और केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह मुस्लिम बहुल सीमांचल क्षेत्र से हिन्दू जागरण यात्रा निकालने की तैयारी कर रहे हैं। जेडीयू बेचैन है। वो मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के सामाजिक सद्भभाव का हवाला दे रही है। वो कह रही है कि हमारी सरकार सामाजिक सद्भाव के लिए काम कर रही है। बिहार के लोगों ने भी इस प्रस्तावित यात्रा पर सवाल उठाये हैं। उनका कहना है कि बिहार में भाजपा अपना चिर परिचित साम्प्रदायिक ध्रुवीकरण का कार्ड खेलना चाहती है। राज्य में अगले साल विधानसभा चुनाव है।
किस तरह के सकारात्मक रवैए की अपेक्षा की जाती है? प्रधानमंत्री के जन्मदिन पर एक दिन में 2.5 करोड़ टीके लगने से पहले और बाद में 50-60 लाख ही टीके लगाया जाना कैसी सकारात्मकता है और केरल में ईसाई-मुसलमान सद्भाव की बात करना कैसी सकारात्मकता?
हिंदू आमतौर पर मसजिदों में नहीं जाते और मुसलमान आमतौर पर मंदिरों में नहीं जाते। लेकिन दोनों जिन जगहों पर जाते हैं उन्हें दरगाह कहते हैं। क्या दरगाह हिंदू-मुसलिम सद्भाव के प्रतीक नहीं हैं?
मथुरा के मंदिर में नमाज़ पढ़े जाने के बाद अब ईदगाह में हनुमान चालीसा पाठ पढ़े जाने का मामला सामने आया है। बिना किसी शिकायत के ही पुलिस ने इस मामले में 4 युवकों को गिरफ़्तार किया है। ईदगाह की ओर से कहा गया है कि कोई धार्मिक काम ही तो हुआ है।
भारत में कोरोना महामारी की आड़ में मुसलिम समुदाय के ख़िलाफ़ जिस तरह सरकारी और ग़ैर-सरकारी स्तर पर सुनियोजित नफ़रत-अभियान और मीडिया ट्रायल चलाया जा रहा है, उसकी अंतरराष्ट्रीय स्तर पर प्रतिक्रिया होने लगी है।