यूपी के तमाम शहरों में मस्जिदों को तिरपाल से ढांक दिया गया है। कुछ शहरों में जुमे की नमाज़ का समय भी बदल दिया गया है। आमतौर पर होली दोपहर 1 बजे तक खत्म हो जाती है लेकिन आशंका है कि इस बार होली का रंग लंबा चलने वाला है, क्योंकि कई संगठनों ने इस संबंध में उत्तेजक बयान जारी किये हैं। कुछ ने तो पुरुषों को तिरपाल का हिजाब पहनने की सलाह दी है। यूपी के सीएम योगी आदित्यानथ तो पहले ही संभल के डीएसपी अनुज चौधरी के उस बयान का समर्थन कर चुके हैं कि लोग घरों में नमाज़ पढ़ें, उन्हें मस्जिद आने की जरूरत क्या है। और अगर बाहर निकलते हैं तो रंग पड़ने के लिए तैयार रहें। होली का एक अर्थ है मिल-जुलकर त्योहार मनाना। सद्भाव कायम करना। हालात कुछ ऐसे हो गये हैं कि जिस होली को सांप्रदायिक सद्भाव का त्योहार माना जाता है उसी से रंग में भंग होने की आशंका होने लगी है।
सबसे बड़ा सवाल यह है कि ऐसे तत्व जो इन मौकों पर माहौल खराब करते हैं, क्या वो तमाम एहतियात के बाद मान जाएंगे। यूपी में यह सवाल आम लोगों की जुबान पर है।