जब दुनिया भर में भारत का डंका बजने, विश्व गुरु होने और दुनिया का मैन्यूफैक्चरिंग हब होने जैसे दावे किए जा रहे हैं तो लोग भारत को छोड़कर विदेशों में क्यों बस जा रहे हैं?
राहुल गांधी ने जाति जनगणना कराने की बात कही तो अनुराग ठाकुर ने जाति को लेकर उनपर विवादित बयान दे दिया। इस विवादित बयान को राहुल गांधी ने गाली क़रार दिया। जानिए, आख़िर जाति पर इतना घमासान क्यों है।
सुप्रीम कोर्ट में जमानत याचिका पर सुनवाई के दौरान ईडी ने कहा कि अरविंद केजरीवाल जमानत पर छूटेंगे तो इसका व्यापक प्रभाव पड़ सकता है। क्या यह दलील अजीबोगरीब नहीं है कि केजरीवाल को जमानत के दौरान मुख्यमंत्री का अधिकार नहीं हो?
राहुल ने अमेठी से चुनाव क्यों नहीं लड़ा? क्या उन्हें हार का डर सता रहा था? क्या प्रियंका चुनाव लड़ेंगी और लड़ेंगी तो कहां से? वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार का विश्लेषण -
क्या मोदी के मुस्लिम विरोधी भाषण ने मुसलमानों के रुख़ को बदल दिया है क्या अब वे केवल कांग्रेस या इंडिया को वोट देंगे? वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार की टिप्पणी
प्रियंका गांधी ने मोदी के मंगलसूत्र वाले बयान का ज़बरदस्त जवाब दिया है लेकिन क्या उतना काफ़ी होगा? पित्रोदा के बयान से हुए नुक़सान की भरपाई कैसे करेगी कांग्रेस? वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार की रिपोर्ट
लोकसभा चुनाव के पहले चरण में 102 सीटों पर 19 अप्रैल को वोट डाले जाएंगे। मगर सबसे बड़ा सवाल ये है कि पिछली बार की तुलना में बीजेपी की सीटें बढ़ेंगी या घटेंगी। वरिष्ठ पत्रकार प्रेम कुमार की रिपोर्ट-
सुप्रीम कोर्ट को आख़िर क्यों कहना पड़ा कि न्यूज़ एंकर नफ़रत फैला रहे हैं? अदालत ने एनबीएसए से क्यों कहा कि आप समाज को बांट रहे हैं, हेट स्पीच देने वाले कितने एंकरों को ऑफ एयर किया?
बिहार के शिक्षा मंत्री डॉ चंद्रशेखर के द्वारा रामचरित मानस, मनुस्मृति पर दिए गए बयान के बाद उन्हें बर्खास्त करने की माँग की जा रही है। लेकिन जाति व्यवस्था, छुआछूत और भेदभाव के खिलाफ बात क्यों नहीं होनी चाहिए?
राहुल गांधी के पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समाधिस्थल पर जाने के बाद यह सवाल पूछा जा रहा है कि क्या वह अपने सिद्धांतों से समझौता कर रहे हैं और क्या राहुल ने अपने वैचारिक आधार को छोड़ दिया है?
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी वाजपेयी के समाधिस्थल पर जब श्रद्धांजलि दी तो बीजेपी ने सवाल क्यों उठाए? क्या श्रद्धांजलि देकर उन्होंने ग़लती कर दी?
बिहार में जहरीली शराब पीने से मौत के बाद एक बार फिर से नीतीश कुमार के शराबबंदी के फैसले पर वाद-विवाद शुरू हो गया है। तो क्या शराबबंदी से वाक़ई फायदा नहीं है?
एग्जिट पोल के अनुमानों के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का मैजिक एमसीडी और हिमाचल के चुनाव में नहीं चला है। तो क्या यह सिर्फ गुजरात तक ही सिमट कर रह गया है। अगर वाकई ऐसा है तो ऐसा क्यों है?
बीजेपी की ओर से नरेंद्र मोदी को कांग्रेस नेताओं के द्वारा दी गई गालियों की पैकेजिंग करके गुजरात के लोगों के सामने पेश किया गया है। इन गालियों को सुनाने का मकसद क्या है? नरेंद्र मोदी को गुजरात का बेटा बताते हुए सहानुभूति जुटाना और मतदाताओं का वोट पाना?
राहुल गांधी के द्वारा सावरकर को लेकर दिए गए बयान के बाद विवाद हुआ और महाराष्ट्र में महा विकास आघाडी में दरार आने की बात उद्धव गुट के नेता संजय राउत ने कही। लेकिन राहुल गांधी भारतीय राजनीति में विचारधारा की लड़ाई को इस हद तक ले जाते हुए दिख रहे हैं कि अगर आप महात्मा गांधी को मानते हैं तो आपको वीडी सावरकर को धिक्कारना होगा।
संजय राउत की जमानत के मामले में पीएमएलए कोर्ट की जांच एजेंसी ईडी को लेकर सख्त टिप्पणी और इसी तरह आजम खान के मामले में भी सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी के बाद रामपुर सीट पर चुनाव कार्यक्रम रद्द होना, ये दोनों ही मामले बेहद अहम तो हैं ही लेकिन इस सवाल को भी मजबूती से खड़ा करते हैं कि क्या आज़म और संजय राउत को राजनीतिक बदले का शिकार बनाया गया।
ऋषि सुनक के प्रधानमंत्री बनने की घटना के बाद क्या ऐसा लगता है कि इंग्लैंड में लोकतंत्र मजबूत और उदार हो रहा है जबकि भारत का लोकतंत्र कमजोर और लाचार नज़र आ रहा है?
महाराष्ट्र में यशवंत शिन्दे ने खुद को संघ का पूर्व प्रचारक बताते हुए आरएसएस पर गंभीर आरोप क्यों लगाए हैं? आख़िर उन्होंने में हलफनामा में क्या कहा है? जानिए संघ पर ऐसे आरोप क्यों लगते रहे हैं।