भारत छोड़ रहे हैं लोग। बल्कि, कहें कि भारत से भाग रहे हैं लोग। ऐसा तब है जब नरेंद्र मोदी और अमित शाह हर रोज दावा कर रहे हैं कि भारत मैन्यूफैक्चरिंग हब बन चुका है, दुनिया भारत को आशा भरी नज़रों से देख रही है, भारत पांचवीं अर्थव्यवस्था बनने जा रहा है, वगैरह-वगैरह। भारत वह तीसरा अभागा देश है जहां से देशवासी सबसे ज्यादा संख्या में पलायन कर रहे हैं। पहले नंबर पर चीन है। अरबपतियों के देश छोड़ने के मामलों में भी यही क्रम है।
भारत से क्यों भाग रहे हैं लोग, अरबपति?
- विश्लेषण
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- 4 Aug, 2024

जब दुनिया भर में भारत का डंका बजने, विश्व गुरु होने और दुनिया का मैन्यूफैक्चरिंग हब होने जैसे दावे किए जा रहे हैं तो लोग भारत को छोड़कर विदेशों में क्यों बस जा रहे हैं?
मोदी 2.0 में तत्कालीन गृह राज्यमंत्री नित्यानंद राय ने देश को बताया था कि 2015 से 2021 के बीच करीब 8 लाख लोगों ने भारत की नागरिकता छोड़ी थी। मोदी 3.0 में वर्तमान गृह राज्यमंत्री कीर्ति वर्धन सिंह ने जो अपडेट लोकसभा में दिया है उसे पिछली रिपोर्ट से जोड़कर देखें तो 2015 से 2023 के बीच 9 साल में 12 लाख 39 हजार 111 लोगों ने देश छोड़ दिया है। इसका मतलब ये है कि हर दिन 377 से ज्यादा लोग देश छोड़ रहे हैं। दो साल पहले यह औसत 350 था।