राहुल गांधी ने बजट के दौरान हलवा बनाने वाले अफसरों में जातिगत हिस्सेदारी पूछकर बड़ी बहस छेड़ दी। आलोचकों ने इसे जाति पूछना बताया तो समर्थकों ने बजट निर्माण से वंचित तबक़े के दूर रहने को लेकर चिंता बताई। अगले ही दिन अनुराग ठाकुर ने यह कहकर कि ‘जिसकी जाति का पता नहीं वो गणना की बात कर रहे हैं’- नया बवाल खड़ा कर दिया। अखिलेश यादव ने इसे जाति पूछना बताया तो राहुल गांधी ने इसे अपने लिए गाली।