संयुक्त राष्ट्र मानवाधिकार काउंसिल के प्रमुख ने अपनी बैठक में मणिपुर में जातीय हिंसा और नूंह हिंसा का मामला उठाया है। मणिपुर में ईसाई कुकी आदिवासियों पर हमले हुए हैं, उनके घरों, चर्चों को जलाया गया, महिलाओं से बदसलूकी की गई। इसी तरह दिल्ली के नजदीक नूंह में एक धार्मिक यात्रा की हिंसा के बाद समुदाय विशेष को टारगेट किया गया। पुलिस ने उन्हीं को आरोपी बताकर गिरफ्तार किया, फिर उन्हीं की एक हजार से ज्यादा बिल्डिंगों को बुलडोजर से गिरा दिया गया। अंतराराष्ट्रीय मंचों पर और अंतरराष्ट्रीय मीडिया में उठने वाले इन मुद्दों को भारत खारिज करता रहा है।