केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान और भाजपा के बीच शुरू हुआ शीत युद्ध यहीं रुक जाएगा या फिर आगे बढ़ेगा। बिहार विधानसभा चुनाव दूर नहीं है। भाजपा चिराग का महत्व भी जानती है लेकिन चिराग का कहना है कि कोई भी नेता जनाधार के दम पर जिन्दा रहता है। तो क्या चिराग पासवान जनाधार के लिए सब कुछ ठुकराने को तैयार हैं। क्या भाजपा ने उन्हें उनके बयानों के लिए घेरा और फिर संकेतों में कह दिया कि वो अभी भी उनके साथ काम करना चाहती है। जानिए पूरी राजनीतिः
केंद्रीय मंत्री चिराग पासवान ने कहा कि जाति जनगणना से हाशिए पर रहने वाले समूहों के कल्याण के लिए बनाई गई सरकारी योजनाओं को लागू करने में सुधार होगा। पासवान के इस बयान से भाजपा की उस राजनीति को धक्का लगा है जो उसने जाति जनगणना के खिलाफ अभी तक की है। भाजपा और आरएसएस जाति जनगणना के खिलाफ हैं और वे नेता विपक्ष राहुल गांधी पर देश को जातियों में बांटने का आरोप लगा रहे हैं। लैटरल एंट्री पर मोदी सरकार के यूटर्न के बाद अब विपक्ष ने जाति जनगणना पर दबाव बढ़ा दिया है। चिराग पासवान का समर्थन मिलने से विपक्ष को हमला करने का और मौका मिल गया है।
लैटरल एंट्री के मुद्दे पर एनडीए में इसके खिलाफ कम से कम दो दलों जेडीयू और एलजेपी (रामविलास पासवान) ने जबरदस्त ऐतराज जताया है, जबकि चंद्रबाबू नायडू की टीडीपी ने इसका समर्थन कर दिया है। विपक्ष में कांग्रेस और सपा ने इसके खिलाफ मोर्चा खोल दिया है। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और नेता विपक्ष राहुल गांधी दो दिन से लगातार इस पर ट्वीट कर रहे हैं। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने आंदोलन की धमकी दी है। बसपा प्रमुख ने कमजोर आवाज में इसका विरोध किया है।
लोकसभा चुनाव 2024 में टिकट बंटवारे से नाराज कई नेताओं ने चिराग पासवान की पार्टी लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) को छोड़ने की घोषणा कर दी है। इन नेताओं ने अब इंडिया गठबंधन को समर्थन देने की बात कही है।
लोकजनशक्ति पार्टी प्रमुख चिराग पासवान ने बुधवार को भाजपा अध्यक्ष जेपी नड्डा से मुलाकात के बाद बिहार में सीट शेयरिंग फाइनल करने की घोषणा की। यानी बिहार में अब एलजेपी और भाजपा, जेडीयू और एलजेपी साथ-साथ मिलकर लोकसभा चुनाव लड़ेंगे। हालांकि इधर चिराग पावसान की नाराजगी और आरजेडी के तेजस्वी यादव से मुलाकात की खबरें आ रही थीं लेकिन बुधवार के घटनाक्रम से हर अटकल पर विराम लग गया। जानिए क्या-क्या तय हुआ दोनों दलों मेंः
Satya Hindi News Bulletin। सत्य हिंदी समाचार बुलेटिन। चिराग : हां, मुझे लगता है कि बीजेपी ने मुझे छोड़ दिया, दुख है। ‘आज मुझे उनकी ज़रूरत, लेकिन बीजेपी से किसी ने नहीं किया संपर्क’। LJP split: Chirag Paswan says BJP abandoned me.
एलजेपी नेता चिराग पासवान के बग़ावती चाचा पशुपति पारस ने केंद्र सरकार में मंत्री बनाए जाने के संकेत तो दे दिए हैं लेकिन बिहार बीजेपी के नेताओं की राय उनके सियासी मंसूबों पर पानी फेर सकती है।
एलजेपी में हुई टूट के वक़्त से ही यह माना जा रहा है कि बाग़ी गुट के नेता पशुपति पारस को केंद्र सरकार में मंत्री बनाया जा सकता है और अब इस बारे में ख़ुद पारस ने ही संकेत दिए हैं।