भाजपा के बिहार प्रदेश ने एक बयान जारी कर कह दिया है कि उनके सहयोगी चिराग पासवान की लोकसभा सदस्यता को चुनौती देने वाले राकेश कुमार सिंह का भाजपा से कोई लेना-देना नहीं है। @iChiragPaswan @BJP4Bihar@Sham4Samastipur
— Santosh Kumar Pathak (@santoshpathak12) August 30, 2024
भाजपा के बिहार प्रदेश मीडिया प्रभारी दानिश ईकबाल ने बयान जारी कर… https://t.co/zAjqbBKTch pic.twitter.com/IaAZ69l4hS
भाजपा नेता ने चिराग पासवान के खिलाफ हाई कोर्ट,सुप्रीम कोर्ट और चुनाव आयोग में शिकायत कि- चुनावी हलफनामे में छुपाया रेप सहित 3 मामले।
— गौरव (@GauravPalRaj) August 30, 2024
चिराग पासवान कि पार्टी को भी तोडने कि हो रही हैं कोशिश, 5 मे से 3 सांसदो के भाजपा मे जाने कि आशंका।
हालही मे आरक्षण,यूपीएससी लेर्टल एंट्री समेत… pic.twitter.com/Zi86TuzdUn
चिराग का बयान
चिराग पासवान ने शनिवार को एक्स पर लिखा- धोखा मुझे मेरे अपनों ने ही दिया। मेरे अपने अगर मेरे साथ होते तो दुनिया की कोई ताकत मेरा परिवार या मेरी पार्टी नहीं तोड़ सकती थी। मैं किसी दूसरे या बाहर वाले से क्या शिकायत करूं, जब मेरे अपने खून ने ही मेरे पीठ में खंजर घोंप दिया। जिनको मैंने पिता माना, उन्होंने ही मुझे मंझधार में छोड़ दिया तो दूसरों से क्या शिकायत करता। इस दौरान मैंने सीखा-समझा कि शिकायतें करने से कुछ नहीं होता, अपने आपको मजबूत बनाना होगा। मैंने अगली लड़ाई को जीतने के लिए अपने को मजबूत बनाया और महज तीन साल में पार्टी को वहां पर लेकर आया हूं, जहां पापा छोड़कर गए थे।चिराग के शनिवार के बयान में दो खास बातें हैं, हालांकि उन्होंने अप्रत्यक्ष रूप से अपनी बात कही है। पहला अप्रत्यक्ष आरोप अपने चाचा पशुपतिनाथ पारस पर है। दूसरा अप्रत्यक्ष आरोप भाजपा पर भी है। क्योंकि भाजपा ने ही पशुपतिनाथ पारस के दम पर चिराग पासवान की पार्टी को तोड़ा था। चिराग के बयान की लाइन है- मैं किसी दूसरे या बाहर वाले से क्या शिकायत करूं, जब मेरे अपने खून ने ही मेरे पीठ में खंजर घोंप दिया। चिराग के शनिवार के बयान से यह भी साफ है कि वो भाजपा और एनडीए का साथ छूटने पर अपनी लड़ाई अकेले दम पर लड़ने को तैयार हैं।
चिराग पासवान ने शुक्रवार को क्या कहा था
चिराग पासवान ने शुक्रवार को अमित शाह से मिलने के बाद यह बयान दिया था। उन्होंने कहा था- आज की तारीख में विपक्ष के द्वारा जो ये भ्रम फैलाया जा रहा है, मेरी पार्टी और मेरे सांसदों को लेकर, वह उसी साजिश को हवा देने की सोच है जो 2021 में रची गई थी। उस वक्त भी इन लोगों को लगा था कि ये चिराग पासवान को समाप्त कर देंगे, लेकिन ना उस वक्त ये लोग चिराग पासवान को समाप्त कर पाए और ना आगे कर पाएंगे। आज की तारीख में लोक जनशक्ति पार्टी (रामविलास) का हर सांसद बिहार 'फर्स्ट- बिहारी फर्स्ट' की सोच को धरातल पर उतारने के लिए काम कर रहा है। अब हम लोग का ध्यान अगले साल, यानी 2025 में होनेवाले विधानसभा चुनाव पर है। जो लोग सोचते हैं कि लोजपा (रामविलास) में टूट हो, वो अपनी ख्वाहिशों को पर देने का काम कर रहे हैं, वे चाहते हैं कि ऐसा हो। लेकिन, ऐसा कुछ होने वाला नहीं है। 'काठ की हांडी' बार बार नहीं चढ़ती है। इस बार ऐसा कुछ नहीं होगा।आज की तारीख में विपक्ष के द्वारा जो ये भ्रम फैलाया जा रहा है, मेरी पार्टी और मेरे सांसदों को लेकर, वह उसी साजिश को हवा देने की सोच है जो 2021 में रची गई थी। उस वक्त भी इनलोगों को लगा था कि ये चिराग पासवान को समाप्त कर देंगे, लेकिन ना उस वक्त ये लोग चिराग पासवान को समाप्त कर पाए… pic.twitter.com/Ap8PgSaLCv
— Lok Janshakti Party (@LJP4India) August 30, 2024
आरजेडी विधायक मुकेश रोशन ने यह आरोप लगाकर विवाद को हवा दे दी कि भाजपा चिराग पासवान की पार्टी से सदस्यों को तोड़ने पर आमादा है। रोशन ने सुझाव दिया कि पासवान को बिहार की भलाई के लिए आरजेडी के साथ जुड़ने पर विचार करना चाहिए।
हालांकि, बिहार एलजेपी प्रमुख राजू तिवारी ने इन अटकलों को खारिज कर दिया। तिवारी ने कहा कि चिराग और आरजेडी नेता तेजस्वी यादव राजनीतिक स्पेक्ट्रम के विपरीत छोर पर खड़े हैं। तिवारी ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व की सराहना करते हुए कहा कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सभी सहयोगियों की मांगों पर विचार किया जा रहा है।
भाजपा सांसद धर्मशीला गुप्ता ने आरजेडी के आरोपों को पार्टी के राजनीतिक अकेलेपन का प्रतिबिंब बताते हुए खारिज कर दिया और दोहराया कि चिराग पासवान एनडीए के साथ मजबूती से जुड़े हुए हैं।
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