दिल्ली चुनाव में इस बार जितनी आप के लिए ‘करो या मरो’ की स्थिति है उतनी ही बीजेपी के लिए भी। कांग्रेस के लिए भी दाँव पर कम नहीं लगा है। तो फिर वे वास्तविक चुनावी मुद्दे क्यों नहीं उठा रहे हैं?
एक पूर्वांचली पर बीजेपी नेता शहजाद पूनावाला के आपत्तिजनक बयान को आप क्यों मुद्दा बना रही है और बीजेपी खुद बैकफुट पर दिख रही है? पूर्वांचली मुद्दा दिल्ली चुनाव में इतना बड़ा क्यों?
अरविंद केजरीवाल ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर बीजेपी पर आरोप क्यों लगाया है, क्या उनके साथ 'खेला' हो गया है? वह क्यों आरोप लगा रहे हैं कि दिल्ली में ऑपरेशन लोटस चल रहा है?
दिल्ली विधानसभा चुनाव में उन दलों के बीच मुक़ाबला है जो हमेशा चुनावी मोड में रहते हैं। तो चुनाव की तारीखों की घोषणा से पहले तैयारियों में कौन आगे है- आप या बीजेपी?
बीजेपी में शामिल होने के लिए ऑफर दिए जाने का आरोप लगाने वाली आप की मंत्री आतिशी की क्या मुश्किलें अब बढ़ने वाली हैं? जानिए, दिल्ली बीजेपी ने क्या क़दम उठाया है।
भाजपा प्रत्याशियों की पहली सूची सामने आने के बाद भाजपा को झटके पर झटके लग रहे हैं। दिल्ली में भाजपा के वरिष्ठतम नेता और पूर्व सीएम हर्षवर्धन ने राजनीति को अलविदा कह दिया। उन्होंने रविवार 3 मार्च को यह घोषणा की। शनिवार को इसी तरह पूर्वी दिल्ली के सांसद गौतम गंभीर ने पार्टी को अलविदा कह दिया था। आसनसोल से भाजपा प्रत्याशी घोषित किए गए भोजपुरी एक्टर पवन सिंह ने लड़ने से ही मना कर दिया।
दिल्ली में विधायक खरीद-फरोख्त के दावों की जांच के सिलसिले में दिल्ली पुलिस शनिवार को नोटिस देने आम आदमी पार्टी प्रमुख अरविन्द केजरीवाल के घर शनिवार सुबह फिर से पहुंच गई। शुक्रवार रात को वो नोटिस दिए बिना लौट आई थी। ऐसा क्यों हुआ, जानिएः
सत्ता के लिए राजनीतिक दल किस स्तर तक गिर सकते हैं, एमसीडी यानी दिल्ली नगर निगम का चुनाव उसका सबसे बड़ा प्रमाण है। किस राजनीतिक दल का नाम लें। कोई किसी से कम नहीं। शुचिता, मर्यादा, ईमानदारी, भ्रष्टाचार मुक्त दिल्ली की बात करने वाले बहुत घटिया राजनीति पर उतर आए हैं।
दिल्ली के मेयर का चुनाव भले छोटा चुनाव हो पर भाजपा के लिए साल की शुरुआत ठीक नहीं रही. ईडी, आईटी, सीबीआई और पैसे के गठजोड़ को केजरीवाल ने इस चुनाव में ध्वस्त कर दिया है. इससे विपक्ष को भी ताकत मिली है. आज की जनादेश चर्चा.
पहले शीला दीक्षित और अब अरविंद केजरीवाल के नेतृत्व के कारण दिल्ली की सत्ता से 24 सालों से बाहर बीजेपी अब अपना चेहरा किसको बनाएगी। कौन सा ऐसा नेता है जो उसे दिल्ली की सत्ता दिला सकता है?
एमसीडी चुनाव में हार के बाद बीजेपी की कलह रविवार को खुलकर सामने आ गई। दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने आज रविवार 11 दिसंबर को पद से इस्तीफा दे दिया। दिल्ली बीजेपी में इस समय अंदरुनी तौर पर आरोप-प्रत्यारोप का दौर चल रहा है।
एमसीडी के मेयर की कुर्सी को लेकर दांव खेले जा रहे हैं। बीजेपी और आप ने शनिवार को एक दूसरे पर सनसनीखेज आरोप लगाए। यह एक तरह की नूरा कुश्ती है। पढ़िए पूरी रिपोर्टः
आदेश गुप्ता का यह बयान बीजेपी नेताओं के बीते दिनों आए उन बयानों से बिल्कुल उलट है जिनमें कहा गया था कि भले ही नगर निगम में उनकी सीटें कम आई हैं लेकिन मेयर बीजेपी का ही बनेगा।