loader
रुझान / नतीजे चुनाव 2024

झारखंड 81 / 81

इंडिया गठबंधन
56
एनडीए
24
अन्य
1

महाराष्ट्र 288 / 288

महायुति
233
एमवीए
49
अन्य
6

चुनाव में दिग्गज

कल्पना सोरेन
जेएमएम - गांडेय

पीछे

गीता कोड़ा
बीजेपी - जगन्नाथपुर

पीछे

भाजपा को झटकाः टिकट कटने पर दिल्ली में पार्टी दिग्गज हर्षवर्धन ने राजनीति छोड़ी

चांदनी चौक से सांसद और दिग्गज भाजपा नेता डॉ. हर्ष वर्धन ने लोकसभा चुनाव के लिए टिकट नहीं मिलने के बाद रविवार को सक्रिय राजनीति छोड़ने की घोषणा की। भाजपा ने शनिवार से चांदनी चौक सीट पर व्यापारी नेता प्रवीण खंडेलवाल सहित दिल्ली के पांच उम्मीदवारों के नाम घोषित किए थे।

पांच बार विधायक और दो बार सांसद रहे वर्धन ने केंद्रीय स्वास्थ्य मंत्री और केंद्रीय पर्यावरण मंत्री के रूप में कार्य किया है। अपने ऐलान में उन्होंने ईएनटी सर्जन के रूप में अपने करियर में लौटने और पूर्वी दिल्ली के कृष्णा नगर में अपने क्लिनिक में जिम्मेदारियों को फिर से शुरू करने का भी संकेत दिया।

ताजा ख़बरें
सक्रिय राजनीति से दूर हटने का ऐलान करते हुए हर्षवर्धन ने कहा-  “तीस साल से अधिक के शानदार चुनावी करियर के बाद, जिसके दौरान मैंने सभी पांच विधानसभा और दो संसदीय चुनाव भारी अंतर से जीते, और केंद्र व राज्य में कई प्रतिष्ठित पदों पर काम किया। लेकिन मैं अब अपनी जड़ों की ओर लौट रहा हूं। ”

उन्होंने लिखा है कि मेरी जिन्दगी का लक्ष्य "गरीबों और जरूरतमंदों की मदद करना" रहा है। जीएसवीएम मेडिकल कॉलेज, कानपुर, जहां उन्होंने एमबीबीएस की पढ़ाई की, को याद करते हुए हर्षवर्धन ने कहा कि उन्होंने तत्कालीन आरएसएस नेतृत्व के आग्रह के बाद राजनीति में प्रवेश किया था।

उन्होंने लिखा है-  “मैं दिल से स्वयंसेवक हूं। तत्कालीन आरएसएस नेतृत्व के आग्रह पर मैं चुनावी मैदान में कूदा। वे मुझे केवल इसलिए मना सके क्योंकि मेरे लिए राजनीति का मतलब हमारे तीन मुख्य दुश्मनों - गरीबी, बीमारी और अज्ञानता से लड़ने का अवसर।''
राजनीति से और खबरें

हर्षवर्धन की जगह जिन प्रवीण खंडेलवाल को चांदनी चौक से भाजपा उतार रही है, एक कारोबारी नेता और कन्फेडरेशन ऑफ ऑल इंडिया ट्रेडर्स (CAIT) के महासचिव हैं। खंडेलवाल ने जीएसटी पैनल में काम किया है और बाजार में स्थानीय व्यवसायों को मात देने वाली विदेशी-आधारित ई-कॉमर्स कंपनियों का मुद्दा उठाया है। वह भाजपा की दिल्ली इकाई के पूर्व कोषाध्यक्ष हैं।

राजनीति से और खबरें

आम आदमी पार्टी ने भाजपा के इस कदम की आलोचना करते हुए कहा, ''भाजपा आदतन दिल्ली के लोगों को मूर्ख बनाती है। पहले वे पांच साल के लिए चुने जाते हैं, लोगों से वादे करते हैं और उन्हें पूरा नहीं करते। जब लोग उम्मीदवारों से सवाल करते हैं, तो वे यह कहकर उम्मीदवार बदल देते हैं कि यह पार्टी की गलती नहीं है... यह उम्मीदवार था। कल, उन्होंने पांच सीटों के लिए उम्मीदवारों की घोषणा की और चार मौजूदा सांसदों - चांदनी चौक से हर्ष वर्धन, पश्चिम दिल्ली से परवेश वर्मा, दक्षिण दिल्ली से रमेश बिधूड़ी और नई दिल्ली से मीनाक्षी लेखी को बदल दिया गया है।''

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

राजनीति से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें