दिल्ली के मेयर की लड़ाई सुप्रीम कोर्ट जा पहुंची है। आम आदमी पार्टी की मेयर प्रत्याशी डॉ शैली ओबेरॉय ने एक याचिका दायर कर दिल्ली मेयर का चुनाव समय पर कराने की मांग की है। एमसीडी हाउस की 6 जनवरी और 24 जनवरी को मेयर और अन्य पदों के लिए चुनाव कराने को लेकर बैठक हुई। 6 जनवरी की बैठक में बीजेपी और आप पार्षदों के बीच सदन में मारपीट हुई थी। इसके बाद चुनाव टाल दिया गया। 24 जनवरी की बैठक में दोनों ओर से सदन में फिर नारेबाजी हुई और इसे आधार बनाते हुए चुनाव फिर टाल दिया गया। सदन की बैठक चलाने के लिए बीजेपी पार्षद सत्य शर्मा को पीठासीन अधिकारी एलजी ने नियुक्त किया था।
आप जिम्मेदाः बीजेपी
दिल्ली बीजेपी प्रवक्ता ने कहा, आप नेताओं के हंगामे के कारण सदन की पिछली दो बैठकों में मेयर का चुनाव नहीं हो सका। उन्होंने कहा, इसके अलावा, यह स्पष्ट है कि सीएम अरविंद केजरीवाल नहीं चाहते कि दिल्ली को मेयर मिले क्योंकि उन्हें डर है कि एक एकीकृत एकल मेयर उनसे अधिक लोकप्रिय हो सकता है और पार्टी पर उनके राजनीतिक नियंत्रण के लिए संभावित खतरा बन सकता है।दिल्ली के मेयर और डिप्टी मेयर पद के उम्मीदवारों के नामों की घोषणा आम आदमी पार्टी ने पिछले साल दिसंबर में की थी। दिल्ली के मेयर पद के लिए शैली ओबेरॉय को नामांकित किया गया था, जबकि आप के मटिया महल विधायक शोएब इकबाल के बेटे, आले मुहम्मद इकबाल को आप ने डिप्टी मेयर के रूप में नामित किया था।
किसने एमसीडी कार्यवाही बाधित की
24 जनवरी को कुछ पार्षदों के हंगामे के बाद पीठासीन अधिकारी सत्य शर्मा ने अगले नोटिस तक सदन को स्थगित कर दिया था। इस महीने में ऐसा दूसरी बार हुआ था, जब मेयर का चुनाव रोक दिया गया था।एमसीडी के नवनिर्वाचित सदन की पहली बैठक 6 जनवरी को आप और बीजेपी सदस्यों के हंगामे के बीच स्थगित कर दी गई थी। दिसंबर में एमसीडी चुनाव में आप ने 250 वार्डों में से 134 पर जीत दर्ज की थी। बीजेपी 104 वार्ड जीतने में सफल रही।
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