एमसीडी चुनाव के बीच बीजेपी ने दिल्ली में आम आदमी पार्टी के वरिष्ठ नेता मुकेश गोयल का स्टिंग जारी किया है। बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता संबित पात्रा ने शुक्रवार को प्रेस कॉन्फ्रेंस कर आरोप लगाया कि इस स्टिंग के वीडियो में एक जूनियर इंजीनियर से रिश्वत मांगी जा रही है।
स्टिंग जारी होने के बाद मुकेश गोयल ने कहा है कि उन्होंने किसी से किसी भी तरह का पैसा नहीं लिया है और यह स्टिंग ऑपरेशन पूरी तरह फर्जी है।
मुकेश गोयल कई बार पार्षद रहे हैं और आम आदमी पार्टी के मध्य प्रदेश के प्रभारी भी हैं। वह लंबे वक्त दिल्ली कांग्रेस में भी रहे हैं।
स्टिंग के मुताबिक, मुकेश गोयल सामने बैठे जेई से कथित रूप से कहते हैं कि हम तो कमिश्नर की टेबल पर बैठकर कह देते हैं कि भाई हमारे लिए भी कुछ करेगा, सारा माल तुम ही रख लोगे तो हम क्या करेंगे। वीडियो में दिवाली के लिए इंतजाम करने की बात भी कही जा रही है। स्टिंग के मुताबिक, मुकेश गोयल वीडियो में कहते हैं कि हमारी शामत आई हुई है, दिवाली आ रही है। इसके बाद स्टिंग में आवाज़ धीमी हो जाती है और आगे कहा जा रहा है कि डेढ़ सौ से ज्यादा गिफ्ट बांटने होते हैं। सामने बैठा अफसर कहता है कि थोड़ा कृपा दृष्टि रखो।
स्टिंग ऑपरेशन में भ्रष्टाचारी AAP फिर हुई एक्सपोज़। #AAPExposed pic.twitter.com/tVrRbdDGKZ
— BJP Delhi (@BJP4Delhi) November 18, 2022
स्टिंग वीडियो फर्जी: गोयल
स्टिंग जारी होने के बाद मुकेश गोयल ने प्रेस कॉन्फ्रेन्स कर कहा है कि वह 35-40 साल से दिल्ली में राजनीति कर रहे हैं और उन पर आज तक किसी ने उंगली नहीं उठाई है। उन्होंने कहा कि एमसीडी के चुनाव में हार के डर के चलते बीजेपी अनाप-शनाप आरोप लगा रही है। उन्होंने कहा कि यह स्टिंग वीडियो और ऑडियो पूरी तरह फर्जी है।
एमसीडी चुनाव में बढ़ेगी मुश्किल!
दिल्ली और पंजाब में अपनी सरकार बनाने के बाद आम आदमी पार्टी एमसीडी के चुनाव को जीतने के लिए पूरा जोर लगा रही है। लेकिन कैबिनेट मंत्री सत्येंद्र जैन की ईडी के द्वारा गिरफ्तारी और उनका सलाखों के पीछे जाना, आबकारी मामले में उप मुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया के खिलाफ जांच एजेंसियों की कार्रवाई, पूर्व कैबिनेट मंत्री राजेंद्र पाल गौतम पर कथित रूप से हिंदू देवी-देवताओं के अपमान का आरोप, विधायक अखिलेश पति त्रिपाठी पर लगे घूस लेने के आरोप और उनके रिश्तेदारों की गिरफ्तारी और अब मुकेश गोयल के कथित स्टिंग ऑपरेशन से आम आदमी पार्टी की मुश्किलें एमसीडी के चुनाव में बढ़ सकती हैं।
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