loader

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने क्यों दिया इस्तीफा

दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष आदेश गुप्ता ने 2022 के एमसीडी चुनाव में पार्टी की हार के बाद रविवार को इस्तीफा दे दिया। बीजेपी महासचिव अरुण सिंह ने बताया कि बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जे पी नड्डा के निर्देशानुसार आदेश गुप्ता का दिल्ली बीजेपी अध्यक्ष पद से इस्तीफा स्वीकार किया जा रहा है। दिल्ली इकाई के उपाध्यक्ष वीरेंद्र सचदेवा को अगले आदेश तक राज्य इकाई का कार्यकारी अध्यक्ष नियुक्त किया जा रहा है।

आदेश गुप्ता का इस्तीफा जिस तरह पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष नड्डा ने स्वीकार किया, उससे लगता है कि पार्टी ने आदेश गुप्ता से इस्तीफा मांगा है। क्योंकि अभी कल शनिवार तक आदेश गुप्ता और उनकी पूरी टीम मेयर की कुर्सी के लिए तमाम कोशिशें कर रही थीं। शनिवार को ही आप सांसद संजय सिंह और अन्य नेताओं ने आरोप लगाया था कि आदेश गुप्ता के पास सौ करोड़ का बजट है, जो वो आप पार्षदों को तोड़ने में खर्च करेंगे। हालांकि आदेश गुप्ता और बीजेपी ने इन आरोपों को खारिज कर दिया था। लेकिन एमसीडी में कहीं न कहीं आदेश गुप्ता के रवैए से पार्टी नाराज है।
एमसीडी में पार्टी के हारने के बाद आरोप लगे थे कि आदेश गुप्ता ने टिकटों का गलत वितरण किया था, जिसकी वजह से पार्टी हारी। इसके अलावा भी कई आरोप लगाए गए थे। आम आदमी पार्टी ने भी आदेश गुप्ता पर मेयर की कुर्सी को लेकर उसकी पार्टी के पार्षदों की खरीद-फरोख्त का गंभीर आरोप लगाया था।

ताजा ख़बरें
एमसीडी चुनाव में बीजेपी के 104 और आम आदमी पार्टी के 134 पार्षद जीतकर आए हैं। मेयर की कुर्सी को लेकर दोनों दलों में उठापटक चल रही है।

आप ने 7 दिसंबर को दिल्ली नगर निगम (एमसीडी) में बीजेपी के 15 साल के शासन को खत्म कर दिया।गुप्ता ने अपना इस्तीफा दो दिन बाद दिया जब उन्होंने घोषणा की कि एमसीडी का मेयर आप से होगा और बीजेपी एक "मजबूत विपक्ष" की भूमिका निभाएगी। इस घोषणा से एमसीडी चुनाव हारने के बावजूद बीजेपी द्वारा मेयर पद पर दावा ठोंकने की अटकलों पर विराम लग गया।
आदेश गुप्ता ने घोषणा की कि यदि आप दिल्ली नगर निगम में भ्रष्टाचार में लिप्त होगी तो बीजेपी पार्षद इसका विरोध करेंगे।

सत्य हिन्दी ऐप डाउनलोड करें

गोदी मीडिया और विशाल कारपोरेट मीडिया के मुक़ाबले स्वतंत्र पत्रकारिता का साथ दीजिए और उसकी ताक़त बनिए। 'सत्य हिन्दी' की सदस्यता योजना में आपका आर्थिक योगदान ऐसे नाज़ुक समय में स्वतंत्र पत्रकारिता को बहुत मज़बूती देगा। याद रखिए, लोकतंत्र तभी बचेगा, जब सच बचेगा।

नीचे दी गयी विभिन्न सदस्यता योजनाओं में से अपना चुनाव कीजिए। सभी प्रकार की सदस्यता की अवधि एक वर्ष है। सदस्यता का चुनाव करने से पहले कृपया नीचे दिये गये सदस्यता योजना के विवरण और Membership Rules & NormsCancellation & Refund Policy को ध्यान से पढ़ें। आपका भुगतान प्राप्त होने की GST Invoice और सदस्यता-पत्र हम आपको ईमेल से ही भेजेंगे। कृपया अपना नाम व ईमेल सही तरीक़े से लिखें।
सत्य अनुयायी के रूप में आप पाएंगे:
  1. सदस्यता-पत्र
  2. विशेष न्यूज़लेटर: 'सत्य हिन्दी' की चुनिंदा विशेष कवरेज की जानकारी आपको पहले से मिल जायगी। आपकी ईमेल पर समय-समय पर आपको हमारा विशेष न्यूज़लेटर भेजा जायगा, जिसमें 'सत्य हिन्दी' की विशेष कवरेज की जानकारी आपको दी जायेगी, ताकि हमारी कोई ख़ास पेशकश आपसे छूट न जाय।
  3. 'सत्य हिन्दी' के 3 webinars में भाग लेने का मुफ़्त निमंत्रण। सदस्यता तिथि से 90 दिनों के भीतर आप अपनी पसन्द के किसी 3 webinar में भाग लेने के लिए प्राथमिकता से अपना स्थान आरक्षित करा सकेंगे। 'सत्य हिन्दी' सदस्यों को आवंटन के बाद रिक्त बच गये स्थानों के लिए सामान्य पंजीकरण खोला जायगा। *कृपया ध्यान रखें कि वेबिनार के स्थान सीमित हैं और पंजीकरण के बाद यदि किसी कारण से आप वेबिनार में भाग नहीं ले पाये, तो हम उसके एवज़ में आपको अतिरिक्त अवसर नहीं दे पायेंगे।
क़मर वहीद नक़वी
सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें

अपनी राय बतायें

दिल्ली से और खबरें

ताज़ा ख़बरें

सर्वाधिक पढ़ी गयी खबरें