हाल ही में हुए पुलवामा हमले के बाद मसूद अज़हर और इसके संगठन जैश-ए-मुहम्मद का नाम फिर से चर्चा में है। अज़हर बहुत कम उम्र में ही आतंकवादी बनने का फ़ैसला कर चुका था।
कांग्रेस ने आरोप लगाया है कि पुलवामा हमले के दौरान मोदी फ़िल्म की शूटिंग में व्यस्त थे। दूसरी ओर बीजेपी ने कांग्रेस पर घटिया राजनीति करने का आरोप लगाया है।
मनमोहन सिंह की सरकार में आतंकी हमला होने पर नरेंद्र मोदी केंद्र सरकार पर ख़ूब बरसते थे। अब मोदी देश के प्रधानमंत्री हैं, लेकिन देश में आतंकवादी हमले हो रहे हैं।
भविष्य में जम्मू-कश्मीर में अफ़ग़ान मोर्चे से लौटे पाक आतंकवादियों की घुसपैठ बढ़ेगी और वे पुलवामा में सीआरपीएफ़ जवानों पर हुए हमले जैसी और घटनाओं को अंजाम देंगे।
मोदी राज में आतंकी हमलों, शहीद सैनिक और नागरिकों, आतंकवाद की राह पर जाने वाले युवाओं की संख्या बढ़ी है। पहले की सरकारों की तुलना में मोदी सरकार कश्मीर मोर्चे पर नाकाम रही है।
पुलवामा में आतंकी हमले को लेकर पाक में एक सांस्कृतिक कार्यक्रम को रद्द करने के बावजूद शबाना आज़मी निशाने पर आ गई हैं। कंगना ने शबाना को ‘एंटी-नेशनल’ क़रार दिया है।
पुलवामा हमले के बाद देश के कई इलाक़ों में कश्मीरी छात्र-छात्राओं पर हमले की ख़बरें आ रही हैं। इसके ख़िलाफ़ कई लोग उनके बचाव में आगे आए हैं और उन्हें मदद की पेशकश की है।