सरकार ने सुरक्षा बलों को खुली छूट दे दी है कि वे पुलवामा हमलों का जवाब जब चाहें-जैसे चाहें और जहां चाहे, दें। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने यह कहा है। उन्होंने कहा कि यह हमला पड़ोसी देश की उस घबराहट की वजह से हुआ है कि वह अपने रोजमर्रा के ख़र्च के लिए भी 'भीख का कटोरा' लेकर कई देशों के पास जाने को मजबूर है।
मोदी ने पाकिस्तान का नाम लिए बग़ैर उसे कड़ी चेतावनी दी है। उन्होंने कहा है कि यदि हमारा पड़ोसी मुल्क यह सोचता है कि वह इस तरह की चालबाजियों और साजिशों से हमें अस्थिर कर देगा तो यह उसकी बड़ी भूल है। उन्होंने कहा, 'यदि हमारा पड़ोसी यह सोचता है कि वह इस तरह के विध्वंस से भारत को कमज़ोर कर देगा, तो उसके मंसूबे कभी पूरे नहीं होंगे। 130 करोड़ भारतीय इन साजिशों और हमलों का माकूल जवाब देंगे।'
प्रधानमंत्री ने आतंकवादियों के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई के संकेत देते हुए कहा कि उन्हें बख़्शा नहीं जाएगा। मोदी ने कहा, 'मैं आतंकी गुटों और उनके समर्थकों से कहना चाहता हूँ कि उन्होंने बहुत बड़ी ग़लती कर दी है। मैं देश को आश्वासन देना चाहता हूँ कि इस वारदात को अंजाम देने वालों को कड़ी सज़ा दी जाएगी।'
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मोदी ने यह भी कहा कि 'देश के लोगों में इस हमले के बाद ज़बरदस्त गुस्सा है, लोगों का ख़ून खौल रहा है, मैं लोगों की भावनाओं को अच्छी तरह समझता हूँ।'
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सरकार के साथ विपक्ष
कांग्रेस अध्यक्ष राहुल गाँधी ने आतंकवाद के मुद्दे पर सरकार का समर्थन किया है। उन्होंने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा, 'मैं यह साफ़ कर देना चाहता हूँ कि आतंकवाद का मूल मक़सद हमें बाँटना है, पर हम किसी कीमत पर ऐसा नहीं होने देंगे। हम अपने सुरक्षा बलों के साथ हैं, सरकार के साथ हैं। पूरा विपक्ष उनके साथ है। जिन्होंने यह हमला किया है, उन्हें यह बिल्कुल नहीं लगना चाहिए कि वह हमे किसी सूरत में बाँट सकते हैं।'अंतरराष्ट्रीय प्रतिक्रिया: कश्मीर हमला : दुनिया चिंतित, दो परमाणु देशों के बीच बढ़ेगा तनाव
उन्होंने सरकार की आलोचना करने से यह कह कर इनकार कर दिया कि यह समय उसके लिए नहीं है। हम इस पर बाद में बात करेंगे। राहुल ने कहा, 'हमारे अपने प्यारे लोग मारे गए हैं, हम और कांग्रेस अगले दो दिनों तक सिर्फ सुरक्षा के मुद्दों पर बात करेंगे।' कांग्रेस अध्यक्ष ने कहा, 'यह शोक का दिन है। देश ने 40 जवान खोए हैं। हम शहीदों के परिजनों के साथ हैं। हम किसी सूरत में आतंकवाद पर कोई समझौता नहीं करेंगे। हम आतंकवाद से निपटने के लिए एक साथ मिल कर काम करेंगे। हम देश को एकजुट रखने के लिए ज़रूरी सब कुछ करेंगे।
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