पुलवामा में हुए आंतकी हमले के बाद सारा देश ग़मगीन है। हमले के बाद से ही देश भर में लोग गुस्से में हैं और पाकिस्तान के ख़िलाफ़ कड़ी कार्रवाई की माँग कर रहे हैं। लेकिन कई ऐसे लोग भी हैं जो इस बेहद संवेदनशील मौक़े पर भी गिरी हुई हरक़त करने से बाज़ नहीं आ रहे हैं। ऐसे ही लोगों को सीआरपीएफ़ ने चेताया है।
सीआरपीएफ़ ने ट्वीट किया है, ‘कुछ नापाक लोग पुलवामा हमले में शहीद हुए जवानों के शवों के कुछ हिस्सों की फ़र्ज़ी फ़ोटो सोशल मीडिया पर वायरल कर रहे हैं। ऐसे लोग नफ़रत फ़ैलाने का काम कर रहे हैं जबकि इस समय हमें एकजुट होने की ज़रूरत है।’ सीआरपीएफ़ ने कहा है कि इस तरह की फ़ोटो अगर आपके पास भी सोशल मीडिया के किसी प्लेटफ़ार्म पर आती है तो इन्हें न लाइक करें और न ही आगे बढ़ाएँ। इस तरह की आपत्तिजनक पोस्ट या फ़ोटो के ख़िलाफ़ webpro@crpf.gov.in पर मेल करें।
पुलवामा में हुए आतंकी हमले में 40 से ज़्यादा जवान शहीद हो गए थे। रविवार को इस मामले में बड़ा क़दम उठाते हुए जम्मू-कश्मीर प्रशासन ने अलगाववादी नेताओं को मिली सुरक्षा वापस ले ली है। इन अलगाववादी नेताओं में मीरवाइज उमर फ़ारूक़, शब्बीर शाह, हाशिम कुरैशी, बिलाल लोन और अब्दुल गनी बट शामिल हैं। इन पांचों अलगाववादी नेताओं को किसी भी तरह की सुरक्षा नहीं दी जाएगी। आतंकी हमले को पुलवामा के ही रहने वाले आतंकी आदिल अहमद डार ने अंजाम दिया था।
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