जब भी आतंकवादी हमला होता है, जवानों, नागरिकों की जानें जाती हैं तो देश में ग़ुस्से का उबाल आना स्वाभाविक है। इस ग़ुस्से में पाकिस्तान को सबक़ सिखाने की बातें होती हैं और ऐसा लगता है कि बस तुरंत पाकिस्तान पर हमला कर उसे नेस्तनाबूद कर दिया जाना चाहिए।