देश के दलित इस समय मायावती और बहुजन समाज पार्टी (बीएसपी) की राजनीति पर नज़र बनाए हुए हैं। कम से कम भारत के हिंदी भाषी राज्यों के दलित मायावती को उम्मीद की आख़िरी किरण के रूप में देखते हैं। लोकसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी से उत्तर प्रदेश में समझौता करने के बाद एक बार फिर मायावती चर्चा में हैं। और इस चर्चा की वजह बने हैं सपा के संस्थापक मुलायम सिंह यादव यानी नेताजी। बीएसपी से सपा के समझौते पर नाराज़गी जताते हुए नेताजी ने पार्टी नेताओं से लोकसभा चुनाव में प्रत्याशी बनने के लिए आवेदन भी माँग लिए हैं।