प्रियंका गांधी वायनाड से कांग्रेस सांसद बन गई है। उन्हें इस तरह पेश किया जा रहा है, जैसे कांग्रेस ने कोई बहुत बड़ा मोर्चा फतह कर लिया हो। लेकिन प्रियंका या कांग्रेस का कोई कार्यकर्ता अगर यह सोचता है कि किसी शख्सियत के संसद में पहुंचने मात्र से पार्टी को जनाधार मिल जाएगा, वो गलतफहमी में है। प्रियंका के सामने बहुत सारी चुनौतियां हैं, उनमें कांग्रेसी इंदिरा गांधी क्यों तलाश कर रहे हैं। वरिष्ठ पत्रकार श्रवण गर्ग की टिप्पणीः