आठ सितंबर को राहुल गांधी अमेरिका में टेक्सस प्रांत के डलास शहर में उन बीस-पच्चीस युवाओं के दुख-दर्द सुन रहे थे जो नौकरी-रोज़गार की तलाश में बिना काग़ज़ातों के अपार तकलीफ़ें सहते हुए ‘डंकी’ रूट से अमेरिका पहुँचे थे। इस दुस्साहसपूर्ण काम में उन्हें कई देशों से गुजरना पड़ा था। राहुल की डलास यात्रा सिर्फ़ एक दिन की थी और कई कार्यक्रम भी थे पर उन्हें जब इन युवाओं के संघर्षपूर्ण जीवन के बारे में पता चला तो अपनी तमाम व्यस्तताओं के बावजूद उनसे मिलने के लिए वक्त निकल लिया।