भगवान विट्ठल (कृष्ण) और रुक्मिणी के पवित्र तीर्थस्थल पंढरपुर (जिसे दक्षिण काशी भी कहते हैं) में 1915 में जन्म लेकर ईसाइयों के मुल्क इंग्लैंड के शहर लंदन में अंतिम सांस लेने वाले हुसैन साहब 95 साल की उम्र तक हमारे बीच उपस्थित रहे। उनकी इतनी लंबी और शानदार ज़िंदगी में कई पड़ाव आए। जिस एक पड़ाव को हम सबसे ज़्यादा खूबसूरत मान सकते हैं वह उस वक्त आया जब वे अस्सी साल के होने जा रहे थे। यह पड़ाव अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का उनकी पेंटिंग्स के रंगों में प्रवेश करने का था।