भगवान विट्ठल (कृष्ण) और रुक्मिणी के पवित्र तीर्थस्थल पंढरपुर (जिसे दक्षिण काशी भी कहते हैं) में 1915 में जन्म लेकर ईसाइयों के मुल्क इंग्लैंड के शहर लंदन में अंतिम सांस लेने वाले हुसैन साहब 95 साल की उम्र तक हमारे बीच उपस्थित रहे। उनकी इतनी लंबी और शानदार ज़िंदगी में कई पड़ाव आए। जिस एक पड़ाव को हम सबसे ज़्यादा खूबसूरत मान सकते हैं वह उस वक्त आया जब वे अस्सी साल के होने जा रहे थे। यह पड़ाव अभिनेत्री माधुरी दीक्षित का उनकी पेंटिंग्स के रंगों में प्रवेश करने का था।
क्रिएटर ने एक बहुत हसीन चीज बनाई है औरत : एम एफ़ हुसैन
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- 19 Sep, 2024

क्रिएटर ने एक बहुत हसीन चीज बनाई है औरत! स्कल्पचर और पेंटिंग में हज़ारों साल से औरत का ज़िक्र आता रहा है। दरअसल,जब मैं डेढ़ साल का था मेरी मां चल बसी थी। मां की कमी के कई रूप हैं। मेरे लिए यह एक गहरा इमोशनल ज़ख़्म रहा।
‘हम आपके हैं कौन’ फ़िल्म 1994 में रिलीज़ हुई थी। उसके पहले माधुरी की कई बड़ी और सफल फ़िल्में आ चुकी थीं पर इस एक फ़िल्म ने जैसे हुसैन साहब पर कोई जादू-टोना कर दिया था। उन्होंने न जाने कितनी बार यह फ़िल्म देखी होगी! बातचीत में कहा भी : ‘’हम आपके हैं कौन’ कोई क्लासिक फ़िल्म नहीं थी मगर पॉपुलर फ़िल्म की सुपर स्टार वाली बात माधुरी में थी।’’