भारत ने आरोप लगाया है कि कनाडा लॉरेंस बिश्नोई गिरोह से जुड़े व्यक्तियों को प्रत्यर्पित करने में अनिच्छुक है। लॉरेंस बिश्नोई भारत में एक कुख्यात आपराधिक संगठन है।
लेबनान में संयुक्त राष्ट्र अंतरिम बल यानी यूएनआईएफआईएल के नकूरा मुख्यालय और आसपास के ठिकानों पर इसराइली बलों द्वारा बार-बार हमला किया गया है। जानिए, भारतीय सैनिकों को क्या जोखिम।
अंतरराष्ट्रीय धार्मिक स्वतंत्रता पर संयुक्त राज्य आयोग यानी यूएससीआईआरएफ़ ने भारत में धार्मिक स्वतंत्रता को लेकर ऐसी क्या रिपोर्ट जारी कर दी कि सरकार ने उसे प्रोपेगेंडा बता दिया?
क्या यूक्रेन-रूस के बीच शांति बहाली का प्रयास बिना दूसरे पक्ष को शामिल किए संभव हो सकता है? जानिए, यूक्रेन शांति शिखर सम्मेलन में शांति के लिए रखी गई शर्तों पर भारत का रुख क्या रहा।
चीन और पाकिस्तान ने 8 जून को दक्षिण एशिया में सभी लंबित मुद्दों के समाधान के लिए किसी भी एकतरफा कार्रवाई का विरोध किया था। जानिए, उनके साझा बयान पर भारत ने क्यों प्रतिक्रिया दी है।
इज़राइल और ईरान के बीच तनाव इतना बढ़ गया है कि किसी भी वक़्त दोनों देशों के बीच जंग छिड़ सकती है। जानिए, इसको लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने क्या सलाह जारी की है।
चीन द्वारा अरुणाचल प्रदेश की 30 जगहों के नए नाम दिए जाने पर भारत के विदेश मंत्रालय ने तीखी प्रतिक्रिया व्यक्त की है। जानिए, इसने चीन के दावों पर क्या कहा है।
चीन अरुणाचल प्रदेश को दक्षिण तिब्बत के रूप में दावा करता रहा है। इसी के तहत अपने दावों को पुष्ट करने के लिए नियमित रूप से भारतीय नेताओं की राज्य की यात्राओं पर आपत्ति जताता है।
भारत में लागू किए गए सीएए को लेकर अमेरिकी विदेश विभाग के प्रवक्ता मैथ्यू मिलर ने कहा था कि इस पर हम चिंतित हैं और क़रीब से नज़र रख रहे हैं। जानिए, इस पर भारत ने क्या कहा।
झाँसा देकर रूसी सेना की ओर से यूक्रेन युद्ध में भारतीयों को लड़ाए जाने की रिपोर्टों पर अब भारत सरकार ने प्रतिक्रिया दी है। जानिए, इसने इन ख़बरों को लेकर क्या कहा।
कई भारतीयों को ऐसे ही धोखे से या जबरन रूसी सैनिकों में शामिल किए गए भारतीयों को यूक्रेन युद्ध में शामिल होने की रिपोर्टें हैं और सुरक्षित वापसी की गुहार लगाई गई है। जानिए, विदेश मंत्रालय ने क्या कहा है।
पंजाब-हरियाण के 7 युवाओं का एक वीडियो सामने आया है जिसमें उन्होंने रूस से रिहा कराने के लिए गुहार लगाई है। जानिए, उन्होंने वीडियो में क्या आरोप लगाया है कि कैसे उन्हें यूक्रेन युद्ध में झोंका जा रहा है।
सिक्योरिटी हेल्पर के तौर रूसी सेना में शामिल हुए गुजरात के युवक की युद्ध क्षेत्र में मौत के बाद सिक्योरिटी हेल्पर के तौर पर रूसी सेना में शामिल हुए लोगों को लेकर कई तरह के कयास लगाए जाने लगे हैं। जानिए, ऐसी ही ख़बरों को लेकर भारत के विदेश मंत्रालय ने क्या कहा है।