'चीन को लाल आँखें दिखाने' से क्या मतलब होना चाहिए? राजनयिक चैनल के माध्यम से विरोध दर्ज कराना या फिर 'जैसे को तैसे' के अंदाज में जवाब देना? इसका जवाब तो हर कोई अपने तरीक़े से दे सकता है। चीन द्वारा बनाई गई दो काउंटी में भारत के हिस्से को दिखाये जाने पर भारत के विदेश मंत्रालय ने शुक्रवार को कड़ी प्रतिक्रिया दी है। इसने कहा है कि भारत ने चीन द्वारा दो काउंटी स्थापित करने के बाद राजनयिक चैनलों के माध्यम से अपनी आपत्ति और विरोध व्यक्त किया है।
चीन ने अपनी काउंटी में भारतीय हिस्से को दिखाया; जानें सरकार का कैसा विरोध
- देश
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- सत्य ब्यूरो
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- 3 Jan, 2025
चीन द्वारा दो काउंटी बनाए जाने की ख़बरों पर भारत ने शुक्रवार को तीखी प्रतिक्रिया दी है। जानिए, बीजेपी नेता ने ही दो काउंटी की ख़बर पर पीएम मोदी को क्यों घेरा।

वैसे, इस चीन द्वारा दो काउंटी बनाए जाने की पहले आई ख़बरों को लेकर बीजेपी के ही नेता सुब्रमण्यम स्वामी ने मोदी सरकार पर तीखा हमला किया है। उन्होंने चार दिन पहले एक्स पर एक पोस्ट में कहा, "मोदी पर आगे आने वाली भाजपा सरकार द्वारा देशद्रोह का मुकदमा चलाया जाना चाहिए, क्योंकि वे लगातार कहते रहे कि 'कोई आया नहीं…' जो कि जानबूझकर बोला गया झूठ है। इसके अलावा, वे हाल ही में एक फर्जी सीमा समझौते के तहत भारतीय क्षेत्र पर चीन के कब्जे को वैध बनाने के लिए भी सहमत हुए, जिसमें वेटर (जयशंकर) और डोभाल की मिलीभगत है।"
Modi can be tried for treason by a future BJP government, because he kept saying “Koyi aaya nahin…” which is a deliberate lie. Moreover he also agreed to legitimise Chinese grabbing of Indian territory by a bogus border agreement recently in which Waiter and Doval are complicit. https://t.co/kx91hRK1uK
— Subramanian Swamy (@Swamy39) December 30, 2024
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