जम्मू कश्मीर में चुनाव को देखने के लिए भारत ने कुछ चुनिंदा विदेशी राजनयिकों को आमंत्रित किया है। जिन देशों के राजनयिकों को बुलावा भेजा गया है उनमें मुख्य रूप से अमेरिकी, यूरोपीय और दक्षिण पूर्व एशियाई देशों के संगठन के दूतावासों से वरिष्ठ राजनयिक शामिल हैं। द हिंदू ने सूत्रों के हवाले से ख़बर दी है कि जम्मू और कश्मीर में शांतिपूर्ण चुनाव और पहले चरण के मतदान में 61% मतदान से उत्साहित होकर विदेश मंत्रालय ने 'जम्मू और कश्मीर में चल रही चुनाव प्रक्रिया का सीधी जानकारी पाने के लिए' यह आमंत्रण भेजा है।
भारत ने जम्मू-कश्मीर में चुनाव देखने के लिए विदेशी राजनयिकों को क्यों बुलाया?
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- 22 Sep, 2024
क्या कश्मीर में चुनावों पर भारत के रुख में बड़ा नीतिगत बदलाव हुआ है? आख़िर राज्य में चुनाव को देखने के लिए विदेशी राजनयिकों को बुलाने का मतलब क्या है।

रिपोर्ट के अनुसार यह पहले की तुलना में कश्मीर में चुनावों पर भारत के रुख में एक बड़े नीतिगत बदलाव को भी दिखाता है। रिपोर्ट में कहा गया है कि पहले चुनाव प्रक्रिया के दौरान आम तौर पर विदेशी राजनयिकों को जम्मू-कश्मीर जाने से हतोत्साहित किया जाता था। हालाँकि, पिछली बार सरकार ने इस तरह के दौरे 2020 में किए थे। तब राज्य को विभाजित करने और इसे दो केंद्र शासित प्रदेशों में बाँट दिया गया था।