जिस डोनाल्ड ट्रंप को लोकतंत्र विरोधी, महिला विरोधी होने जैसे आरोप लगाए जाते रहे हैं उन्होंने चुनावों में जीत हासिल कैसे की। आख़िर डोनाल्ड ट्रंप की जीत की बड़ी वजह क्या है?
डेमोक्रेट उम्मीदवार कमला हैरिस ने अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अपनी हार के बाद क्या-क्या कहा और आगे की उनकी क्या रणनीति होगी? जानिए, वह चुनाव परिणाम पर क्या बोलीं।
डोनाल्ड ट्रंप की जीत के क्या मायने हैं? ‘लोकतंत्र ख़तरे में है, संविधान ख़तरे में है’, को लोग बड़ा मुद्दा क्यों नहीं मानते और अमेरिका में उसे जिताते हैं जो लोकतंत्र के लिये ख़तरा है?
रिपब्लिकन डोनाल्ड ट्रंप अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति बनने जा रहे हैं। बुधवार 6 नवंबर को शाम को घोषित नतीजों में उन्हें यूएस के मतदाताओं ने चुन लिया है। डेमोक्रेट कमला हैरिस को करारी हार का सामना करना पड़ा है।
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव मंगलवार 5 नवंबर को है। अलग अलग सर्वे अलग-अलग तरीके से डेटा को पेश कर रहे हैं। कुल मिलाकर दोनों प्रत्याशी मजबूत हैं। लेकिन ये सर्वे सिर्फ अनुमान है। कोई जरूरी नहीं कि नतीजा ऐसा ही आये। हालांकि अमेरिका में सर्वे अभी भी साफ सुथरे और ईमानदार माने जाते हैं। जानिए पूरी बातः
अमेरिकी समाज का बुरी तरह से ध्रुवीकरण हो चुका है। यदि आप ट्रम्प समर्थक नहीं और ‘अमेरिका को महान’ नहीं बनाना चाहते हैं तो राष्ट्र विरोधी हैं। तो क्या भारत और अमेरिका के चुनाव प्रचार में अब ज़्यादा फर्क नहीं रहा?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अब चार दिन बचे हैं और दोनों प्रत्याशी यानी डोनाल्ड ट्रम्प (रिपब्लिकन) और कमला हैरिस (डेमोक्रेट) ने अब अपनी पूरी ताकत स्विंग राज्यों में झोंक दी हैं। क्योंकि इन्हीं स्विंग राज्यों में फैसला होना है। यहां पर हम आपको यूएस चुनाव से जुड़े ताजा अपडेट देते रहेंगे, आप यहां लगातार बने रहेंः
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में सिर्फ 5 दिन बचे हैं। जिसे 270 वोट मिलेंगे, वो राष्ट्रपति बनेगा। सत्ता की चाभी 7 स्विंग स्टेट्स में है। जहां कमला हैरिस और डोनॉल्ड मामूली अंतर से आगे हैं। यानी बाजी किसी के हाथ भी लग सकती है। जानिए चुनाव का अंतिम दौरः
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव 2024 में कमला हैरिस (डेमोक्रेट) और डोनाल्ड ट्रंप (रिपब्लिकन) के बीच मुकाबला बराबर का पहुंच गया है। चुनाव के अंतिम दौर में दोनों प्रत्याशियों के भाषणों का शब्द चयन देखने लायक है जो शालीनता की सीमायें लांघ चुका है। जानिये पूरा घटनाक्रमः
वाशिंगटन पोस्ट, लॉस एंजिलिस टाइम्स जैसे अख़बारों पर आख़िर किस तरह का दबाव है कि वे राष्ट्रपति उम्मीदवारों का समर्थन करने की अपनी लंबी परंपरा को तोड़ रहे हैं?
अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव से हम इतने फिक्रमंद क्यों हैं कि किसको कितना अधिक चंदा मिला है? किसका लोकप्रियता का ग्राफ कितना गिरा -बढ़ा है? किसने भारत के बारे में क्या कहा?
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप अपनी भाषा को लेकर सुर्खियों में क्यों हैं? आख़िर वह अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के लिए किस तरह के संबोधन का इस्तेमाल कर रहे हैं कि उनकी आलोचना हो रही है?