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ट्रम्प-कमला बहस में कौन जीता? जानें अमेरिकी मीडिया ने क्या कहा

उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और डोनल्ड ट्रम्प के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति पद की बहस में सोशल मीडिया पर कमला हैरिस छाई रहीं। एक्स पर राजनीतिक विश्लेषकों और पत्रकारों ने दावा किया कि डेमोक्रेट ने अपने रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी के ख़िलाफ़ बेहतर प्रदर्शन किया। ये तो रही सोशल मीडिया की बात, लेकिन अमेरिकन मीडिया इस डिबेट को किस रूप में देख रहा है?

अमेरिकन मीडिया की प्रतिक्रिया से पहले यह जान लें कि आख़िर इस डिबेट की अहमियत कितनी है। डेमोक्रेट की ओर से कमला हैरिस के राष्ट्रपति उम्मीदवार बनने से पहले जो बाइडन डोनल्ड ट्रंप के ख़िलाफ़ घोषित प्रत्याशी थे। तब दोनों प्रत्याशियों के बीच डिबेट हुई तो जो बाइडेन को काफी पीछे बताया गया। आम तौर पर माना जाता है कि जो इस डिबेट में आगे होता है उसका पलड़ा भारी हो जाता है। उस डिबेट के बाद जो बाइडन पर इतना दबाव पड़ा कि उनको राष्ट्रपति की रेस से हटना पड़ा। अब कमला हैरिस उस रेस में हैं।

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बहरहाल, अमेरिकी मीडिया ने डेमोक्रेटिक राष्ट्रपति पद की उम्मीदवार कमला हैरिस को उनके रिपब्लिकन प्रतिद्वंद्वी डोनल्ड ट्रंप के साथ गरमागरम बहस में बढ़त दी। कमला हैरिस फिलाडेल्फिया में आयोजित प्राइम-टाइम बहस में स्पष्ट रूप से आश्वस्त और पूरी तरह केंद्रित दिखीं। एबीसी न्यूज ने बहस की मेजबानी की। इसी एबीसी न्यूज़ ने उन झूठों और साजिशों पर ध्यान दिलाया जिनका सहारा ट्रंप ने कमला हैरिस को मात देने के लिए लिया। इसने कहा कि बहस की शुरुआत में ही उन्हें रक्षात्मक रुख अपनाना पड़ा क्योंकि कमला हैरिस ने ट्रंप पर हमला करने में समय बर्बाद नहीं किया।

बहस के तुरंत बाद सीएनएस ने एक सर्वे कराया। इसके अनुसार बहस देखने वाले 63% लोगों ने कहा कि हैरिस ने मंच पर बेहतर प्रदर्शन किया। बहस से पहले वही मतदाता इस बात पर समान रूप से बँटे हुए थे कि कौन सा उम्मीदवार अधिक मज़बूत प्रदर्शन करेगा। रिपोर्ट के अनुसार बहस से पहले 50% ने कहा था कि हैरिस ऐसा करेगी और 50% ने कहा था कि ट्रम्प ऐसा करेंगे। और उसके बाद हैरिस के 96% समर्थकों ने कहा कि उनके चुने हुए उम्मीदवार ने बेहतर काम किया है, जबकि ट्रम्प के समर्थकों के 69% बहुमत ने उन्हें बेहतर करने का श्रेय दिया। 

पोलिटिको ने कमला हैरिस को बहस का विजेता घोषित किया - और कहा कि यह कोई करीबी जीत भी नहीं थी। इसने कहा कि उन्होंने बार-बार उनको उकसाया और उनका संतुलन बिगाड़ दिया।
न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि हैरिस ने अधिकांश समय पर कब्ज़ा किया क्योंकि उन्होंने ट्रम्प को रक्षात्मक स्थिति में लाने के लिए अभियोजक के रूप में अपने कौशल का इस्तेमाल किया।

रिपोर्ट के अनुसार उप राष्ट्रपति हैरिस से अपने प्रतिद्वंद्वी ट्रम्प से पहले बाइडन प्रशासन का बचाव करने की उम्मीद की जा रही थी, लेकिन रिपब्लिकन को राष्ट्रपति के रूप में अपने रिकॉर्ड का बचाव करना पड़ा। 

न्यूयॉर्क टाइम्स ने कहा कि ट्रम्प दुखी दिख रहे थे। रिपोर्ट में कहा गया है कि हैरिस उन्हें गुमराह करने के लिए अच्छी तरह से तैयार थीं।

वाशिंगटन पोस्ट ने कहा कि ट्रम्प अक्सर तथ्यों से भटक जा रहे थे। हैरिस ने ट्रंप की वही पुरानी घिसी-पिटी रणनीति, झूठ, शिकायतों के अंबार को चुनौती दी। उन्होंने कहा कि रिपब्लिकन के पास लोगों के लिए कोई योजना नहीं है और वह खुद का बचाव करने में अधिक रुचि रखता है।

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पोस्ट ने कहा कि हैरिस ट्रंप के खिलाफ अपना मामला उस तरह से पेश करने में सक्षम थी, जैसा कि जुलाई में बाइडन को करने में संघर्ष करना पड़ा था। उसने कहा कि वह ट्रंप के अधिकांश आरोपों का जवाब देने के लिए तैयार थीं।

सीएनएन ने कहा कि ट्रंप ने हर उस प्रलोभन का फायदा उठाया, जिसका इस्तेमाल हैरिस ने उन्हें अपने खेल से बाहर करने के लिए किया। इसने कहा कि उपराष्ट्रपति अच्छी तरह से तैयार थीं और उनका हर जवाब ट्रंप को गुस्सा दिलाने के लिए था, जो अक्सर नियंत्रण से बाहर हो जाते थे।

फॉक्स न्यूज ने संतुलन बनाने की कोशिश की। इसने इस बात पर जोर दिया कि ट्रंप को एबीसी न्यूज के बहस के मोडरेटरों के साथ फैक्ट चेक करने के लिए बहस करनी पड़ी।

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क़मर वहीद नक़वी
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