अमेरिकी राष्ट्रपति चुनाव में अमेरिकी अख़बारों द्वारा किसी उम्मीदवार को एंडोर्स यानी समर्थन करने से किसको ज़्यादा नुक़सान होगा? डोनाल्ड ट्रंप को या फिर कमला हैरिस को? वैसे तो इस सवाल का जवाब बेहद आसानी से मिल जाता है, लेकिन इस बार इंडोर्समेंट को लेकर जिस तरह की घटना अमेरिका में हुई है, वह बेहद रोचक और चौंकाने वाली है।
वाशिंगटन पोस्ट, एलए टाइम्स इस बार उम्मीदवारों का समर्थन क्यों नहीं कर रहे?
- दुनिया
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- 29 Oct, 2024
वाशिंगटन पोस्ट, लॉस एंजिलिस टाइम्स जैसे अख़बारों पर आख़िर किस तरह का दबाव है कि वे राष्ट्रपति उम्मीदवारों का समर्थन करने की अपनी लंबी परंपरा को तोड़ रहे हैं?

अमेरिका का एक प्रतिष्ठित अख़बार वाशिंगटन पोस्ट के संपादकीय बोर्ड ने तो कमला हैरिस को एंडोर्स करने का फ़ैसला ले लिया था, लेकिन कंपनी के मालिक ने ऐन मौक़े पर इसको रोक दिया और अपनी लंबी परंपरा पलट दी। एक अन्य अख़बार ने भी अपनी परंपरा पलट दी और इस बार एंडोर्स नहीं करने का फ़ैसला लिया। वैसे, ट्रंप की बड़े-बड़े अख़बारों से नहीं पटती रही है। तो सवाल है कि क्या चुनाव जीतने के लिए यह कोई खेल खेला जा रहा है?