जैसे जैसे अमेरिका में मतदान का दिन पांच नवम्बर करीब आता जा रहा है, वैसे वैसे रिपब्लिकन प्रत्याशी डोनाल्ड ट्रम्प के भाषण की भाषा का स्तर दिन-ब- दिन गिरता जा रहा है। वे डेमोक्रेट प्रत्याशी कमला हैरिस के लिए अनाप -शनाप सम्बोधनों का प्रयोग कर रहे हैं। विभिन्न चुनावी सभाओं में उनकी भाषण शैली भारत के कतिपय शिखर सत्ताधारी नेताओं के भाषणों की याद ताज़ा कर देती है। अब ट्रम्प इतना आपा खो देते हैं कि वे अपने प्रतिद्वंद्वी का नाम लेने के स्थान पर ‘औरत’ शब्द को उछाल देते हैं, कमला को हमेशा कमाला बोलते हैं। बेशक़, वे तालियां बटोर लेते हैं।
ट्रम्प: हैरिस रैडिकल लेफ्टिस्ट हैं; हैरिस: हां, मैं पूंजीवादी हूँ!
- दुनिया
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- रामशरण जोशी
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- 27 Sep, 2024

रामशरण जोशी
अमेरिका के राष्ट्रपति चुनाव में डोनाल्ड ट्रंप अपनी भाषा को लेकर सुर्खियों में क्यों हैं? आख़िर वह अपने प्रतिद्वंद्वी उम्मीदवार के लिए किस तरह के संबोधन का इस्तेमाल कर रहे हैं कि उनकी आलोचना हो रही है?
वे कमला हैरिस को ‘कर रानी‘ (टैक्स क्वीन) से भी सम्बोधित करने लगे हैं। उनका तर्क है कि यह औरत अमरीकियों पर करों की बरसात कर देगी। हैरानी तो यह है कि मतदाताओं की नज़रों में कमला हैरिस की छवि को ‘शत्रु’ के रूप में चित्रित करने के लिए ट्रम्प उन्हें छुपी हुई ‘कम्युनिस्ट, मार्क्सवादी, समाजवादी’ तक घोषित कर देते हैं। यहीं नहीं रुकते, वे आगे बढ़ते हुए यह भी दावा कर देते हैं कि यदि कमला हैरिस राष्ट्रपति बनती हैं तो वे अमेरिका में ‘सोवियत यूनियन‘ को ज़िंदा कर देंगी। तब अमेरिका कहीं का नहीं रहेगा। 26 सितम्बर को ही न्यूयॉर्क में ट्रम्प ने अपने ट्रम्प टावर में मीडिया को सम्बोधित करते हुए हैरिस को ‘कट्टर वामपंथी‘ (रेडिकल लेफ्टिस्ट) बतलाया है। उन्हें ‘बॉर्डर ज़ार‘ तक कह डाला।