‘ट्रम्प एक बीमार इंसान हैं और बीमार मंडली से घिरे हुए हैं।’, ‘ व्यक्ति के रूप में अकेले डोनाल्ड ट्रम्प अमेरिकी लोकतंत्र के लिए ख़तरनाक हैं।’, ‘ ट्रम्प झूठ के पुलिंदा हैं, उनके दावे सभी खोखले हैं।’, ‘ ट्रम्प अपनी मुद्राओं और बड़बोलेपन से लोगों को आतंकित करते हैं।’ ‘कमला हैरिस शालीन, संयत और कुशल प्रशासक हैं।’, ‘ कमला ट्रम्प से आगे निकल चुकी हैं।’ ‘कमला इतिहास बनाने की दिशा में अग्रसर हैं।’ ‘ मैं कमला को वोट दूंगा, ट्रम्प को नहीं।’
बहस के बाद ट्रम्प के पांव उखड़े,ज़मीन कमला की मज़बूत हुई!
- विचार
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- 13 Sep, 2024

उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और डोनल्ड ट्रम्प के बीच अमेरिकी राष्ट्रपति पद की बहस में आगे कौन रहा? जानिए, बहस के बाद आख़िर किसके प्रति लोगों में झुकाव है।
अमेरिका के 47वें राष्ट्रपति पद के दावेदार डेमोक्रेट की प्रत्याशी व वर्तमान उपराष्ट्रपति कमला हैरिस और देश की सबसे पुरानी पार्टी रिपब्लिकन के प्रत्याशी व पूर्व राष्ट्रपति डोनल्ड ट्रम्प के बीच पहली बहस (शायद आखिरी!) को हुए तीन दिन बीत चुके हैं। लेकिन, मीडिया में दोनों की बहस के प्रभाव को लेकर ज़बरदस्त बहस छिड़ी हुई हैं; चैनल रहें या प्रिंट मीडिया या सोशल मीडिया, तीनों ही माध्यमों पर दोनों नेताओं की भाषण-अदायगी और काया भाषा का पोस्टमार्टम ज़ारी है। एंकरों के साथ-साथ आम लोग भी बहस पर टीका -टिप्पणी करने में पीछे नहीं हैं। 10 सितम्बर के बहस के बाद दोनों ही दावेदार अपने अपने इलाक़ों में चुनाव प्रचार के लिए निकल चुके हैं। लेकिन, जहां ट्रम्प अपने ख़राब प्रदर्शन के बावज़ूद जीत का दावा कर रहे हैं, वहीं वे दूसरी बहस की तिथि देने से भी कतरा रहे हैं। पर कमला हैरिस की टीम दूसरे चरण के लिए तैयार है। आमतौर पर प्रतिद्वंद्वियों के बीच आमने-सामने की बहस के तीन चरण होते आये हैं। वैसे, डेमोक्रेट पार्टी के पूर्व उम्मीदवार राष्ट्रपति जो बाइडन के साथ ट्रम्प की एक बहस हो चुकी है। उक्त बहस में बाइडन का प्रदर्शन बेहद निराशाजनक था। इसके बाद ही भारतीय मूल की उपराष्ट्रपति कमला हैरिस ने उनका स्थान लिया है। ताज़ा बहस को लगभग पौने सात करोड़ लोगों ने देखा है। शुरुआती बहस के तुलना में ताज़ा बहस के दर्शक भी 31 प्रतिशत अधिक रहे हैं।