चीन सहित कई देशों में हाल में जब कोरोना संक्रमण के मामले बढ़ रहे थे तो भारत में भी चिंताएँ बढ़ी। कई तरह की सख्ती भी बढ़ाई गई, तो सवाल है कि वैक्सीन की बूस्टर खुराक पर सरकार की क्या नीति है?
एस्ट्राज़ेनेका की जिस कोविड वैक्सीन को लेकर शुरू से ही ब्लड क्लॉटिंग की शिकायतें आती रही थीं उसको लेकर अब अध्ययन सामने आया है। जानिए, इसमें क्या ख़तरा सामने आया है।
कोरोना वैक्सीन से जुड़े कई प्रतिबंध लगाए जाने के बाद शुरू हुआ विरोध प्रदर्शन इतना ज़्यादा हो गया है कि कनाडा की राजधानी ओटावा में स्थिति नियंत्रण से बाहर हो गई?
बीते दिनों में जिस रफ्तार से डॉक्टर और हेल्थ केयर वर्कर्स कोरोनावायरस से संक्रमित हुए हैं उसे देखते हुए यह जरूरी था कि उन्हें कोई बूस्टर या प्रीकॉशन डोज दी जाए।
जानिए, स्वास्थ्य कर्मियों, फ्रंटलाइन वर्कर्स और कोमोर्बिडीटीज वाले 60 से ज़्यादा उम्र के लोगों को कोरोना वैक्सीन की तीसरी खुराक लगवाने के लिए क्या करना होगा।
नोवाक जोकोविच जैसे दुनिया के नंबर वन टेनिस खिलाड़ी को ऑस्ट्रेलियाई ओपन में शामिल होने ऑस्ट्रेलिया में जाने क्यों नहीं दिया जा रहा है? ऑस्ट्रेलिया वह देश है जहाँ के लोगों की टेनिस के प्रति दिवानगी हद तक है!
ओमिक्रॉन वैरिएंट से भारत में लोगों को कैसे सुरक्षा मिलेगी यदि सभी लोगों को वैक्सीन ही नहीं लगी है, जो लगी हैं वे अब शायद उतनी कारगर नहीं रहीं और बूस्टर खुराक दी नहीं जा रही है?
दुनिया भर में ओमिक्रॉन वैरिएंट के ख़तरे के बीच विश्व स्वास्थ्य संगठन ने भारतीय कंपनी द्वारा तैयार की जा रही एक और वैक्सीन को मंजूरी दे दी है। जानिए, इससे क्या फायदा होगा।
कोरोना वैक्सीन की जहाँ कुछ देशों में बूस्टर खुराक लगाई जा रही है वहीं भारत में इसको लेकर सरकार की क्या रणनीति है? जानिए, जब दिल्ली हाई कोर्ट ने पूछा तो केंद्र सरकार ने क्या जवाब दिया।