ब्रिटेन के नये यात्रा नियमों पर भारत के साथ विवाद पर अब बयान आए हैं कि ब्रिटेन को आपत्ति कोविशील्ड वैक्सीन पर नहीं है, बल्कि टीके के लिए जारी किये जाने वाले सर्टिफ़िकेट और को-विन वेबसाइट पर है। अब दोनों देशों की तरफ़ से कहा जा रहा है कि को-विन और सर्टिफ़िकेट के मसले को सुलझाया जा रहा है। तो फिर इससे पहले ब्रिटेन के नये यात्रा नियमों को भेदभाव वाला, नस्लवादी और आपत्तिजनक क्यों कहा जा रहा था?
ब्रिटेन के यात्रा नियमों को भारत में भेदभावपरक, नस्लवादी क्यों बताया गया?
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- 23 Sep, 2021
कोरोना वैक्सीन को लेकर ब्रिटेन के नये यात्रा नियमों पर भारत के साथ विवाद हुआ तो भारत के लोगों ने नस्लवाद जैसा आरोप क्यों लगा दिया?

इस तरह की टिप्पणी सोशल मीडिया पर तो हुई ही, सरकार में शामिल लोगों ने भी ऐसे ही आरोप लगाए थे। भारत के विदेश सचिव हर्षवर्धन शृंगला ने मंगलवार को कहा था कि कोविशील्ड को मान्यता नहीं देना एक भेदभावपूर्ण नीति है और यूके की यात्रा करने वाले हमारे नागरिकों को प्रभावित करती है। इस बयान से पहले सूत्रों के हवाले से ख़बर आई थी कि चेतावनी दी गई थी कि भारतीय वैक्सीन को छूट नहीं मिलने पर ब्रिटेन की वैक्सीन लगाए उसके नागरिकों को भी भारत में ऐसे नियमों का सामना करना पड़ सकता है।