देश के कट्टर और कथित सांस्कृतिक संगठन राष्ट्रीय स्वयं सेवक संघ को नेता विपक्ष राहुल गांधी से शिकायत है कि राहुल गांधी कभी संघ के लोगों से नहीं मिलते। संघ की यह छटपटाहट क्यों है। क्या वो राहुल की मोहब्बत की दुकान को अपने कट्टर हिन्दुत्व से भेदने में नाकाम हो रहा है। वो राहुल गांधी से मान्यता लेने को क्यों बेकरार है। वो क्यों चाहता है कि राहुल गांधी उसे आदर दें। क्या राहुल गांधी ऐसी शख्सियत बन गये हैं कि आरएसएस का उनकी मान्यता मिले बिना अब काम नहीं चलेगा। जाने माने स्तंभकार और प्रसिद्ध चिंतक अपूर्वानंद का यह जरूरी लेख पढ़िये और पढ़वाइयेः