पिछले हफ्ते जब गूगल “विलो” नमक नया क्वांटम कंप्यूटिंग टेक्नोलोजी- आधारित चिप लांच करने की घोषणा कर रहा था –जिसे सुन कर एलोन मस्क को भी कहना पडा ,“वाओ”—उस समय भारत के प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी संसद में नेहरु के नाम का मर्सिया पढ़ते हुए बता रहे थे कि 70 साल पहले के निजाम की गलतियों से देश किस रसातल में चला गया. एआई के दौर को पीछे छोड़ता हुआ चीन इस समय जब क्वांटम कंप्यूटिंग पर शोध में अमेरिका और यूरोपियन यूनियन से कई गुना ज्यादा खर्च कर इस टेक्नोलोजी की मास्टरी में लगा हुआ है उस समय भारत का रहनुमा और उसके लोग मस्जिदों के नीचे मंदिर की तलाश कर रहे हैं.