उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने महाराष्ट्र और झारखंड में 'बंटोगे तो कटोगे' नारे का अभियान तेज कर दिया है। इस नारे के खिलाफ सबसे ज्यादा समाजवादी पार्टी मुखर है। योगी का नारा सामने आने के बाद सपा लगातार नए नारे गढ़ रही है। कांग्रेस और बसपा ने भी योगी के नारे के जवाब में अपना नारा गढ़ा। महाराष्ट्र में तो खैर शिवसेना शिंदे गुट और एनसीपी प्रमुख अजित पवार ने खुलकर इस नारे का विरोध किया है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने मंगलवार 12 नवंबर को भी इस मुद्दे पर तीखा हमला बोला और इस नारे को इतिहास का सबसे नकारात्मक नारा बताया। यादव ने कहा कि यह 'फूट डालो और राज करो' की ब्रिटिश नीति जैसा भयानक है।
योगी आदित्यनाथ के 'बंटोगे तो कटोगे' नारे की विपक्ष ने धज्जियां उड़ा दीं
- राजनीति
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- सत्य ब्यूरो
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- 12 Nov, 2024
यूपी के योगी आदित्यनाथ और भाजपा ने महाराष्ट्र और झारखंड चुनाव के दौरान बंटोगे तो कटोगे नारे को तेज किया तो विपक्षी दलों ने भी मोर्चा संभाला और इसका जमकर जवाब दिया। भारतीय राजनीति के इतिहास में बंटोगे तो कटोगे जैसा साम्प्रदायिक नारा किसी बड़े नेता या मुख्यमंत्री के मुंह से सामने नहीं आया था। हालांकि भाजपा में कार्यकर्ता स्तर के लोगों ने इससे भी घटिया नारे निकाले लेकिन भाजपा कि किसी दिग्गज नेता के मुंह से ऐसा नारा नहीं निकला था। आरएसएस ने योगी के नारे का खुलकर समर्थन किया था। लेकिन ये जानिए कि विपक्ष ने इसके जवाब में कितने नारे बनाएः


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