संसद के हालिया बजट सत्र ने बीजेपी की राजनीतिक ताकत को मजबूत किया है। वक्फ संशोधन विधेयक, 2024 के पारित होने के साथ ही यह स्पष्ट हो गया है कि राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (एनडीए) के सहयोगी दल बीजेपी के नेतृत्व में पूरी तरह से एकजुट हो गए हैं। उनकी अपनी सोच और आजादी का अब कोई महत्व नहीं रहा। इस विधेयक को लोकसभा में 288 सांसदों के समर्थन और 232 के विरोध में पारित किया गया, जबकि राज्यसभा में इसे 128 मतों के पक्ष और 95 मतों के विरोध में मंजूरी मिली। इन आंकड़ों से साफ है कि बीजेपी के सहयोगी अब उसके साथ खड़े हैं, जिससे बीजेपी की राजनीतिक प्रभुत्व की स्थिति फिर से मजबूत होती दिख रही है। अब वो और कड़े फैसले लेने की स्थिति में है।
वक्फ कानून से बीजेपी को क्या मिलाः बढ़ती ताकत, बिखरते सहयोगी क्षेत्रीय दल
- राजनीति
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- 5 Apr, 2025
भाजपा के वक्फ दांव ने एनडीए के सहयोगी दलों को फिर एकजुट कर दिया है। क्षेत्रीय दल बेशक खुद इसी वजह से बिखर रहे हैं लेकिन उन्होंने बीजेपी की ताकत को स्वीकार कर लिया है। पार्टी का प्रभाव बढ़ा है। बिहार और आंध्र प्रदेश में बीजेपी की राजनीति बहुत सटीक बैठी है। आने वाले दिनों में इसका राजनीतिक प्रभाव सामने आ जाएगा।
