सुबह पांच बजे मस्जिद से अज़ान शुरू होते ही मंदिर से हनुमान चालीसा का पाठ शुरू हो जाता है। दोनों के लाउडस्पीकर पूरे वॉल्यूम पर होते हैं। ये नीतीश कुमार का बिहार है। यहां मस्जिदों के लाउडस्पीकर पर पाबंदी नहीं है। लेकिन मंदिरों को भी पूरी आजादी है। बिहार में बुलडोजर राज भी नहीं है। नीतीश की सरकार पूरी तरह से बी जे पी की बैसाखी पर निर्भर है। विधान सभा में बी जे पी के 80 और नीतीश की पार्टी जे डी यू के महज़ 43 विधायक हैं। फिर भी नीतीश को मुख्य मंत्री बनाए रखना बी जे पी की मजबूरी है। इसका एक मात्र कारण ये है कि नीतीश के लिए लालू यादव की पार्टी आर जे डी के दरवाजे हमेशा खुले रहते हैं।

वक्फ कानून ने जहां राष्ट्रव्यापी हलचल मचा दी है, वहां इसने बिहार की राजनीति और समीकरणों को सीधे प्रभावित किया है। जाने माने पत्रकार और बिहार की राजनीति पर पैनी नजर रखने वाले शैलेश बहुत बारीकी से सारे समीकरणों को समझा रहे हैं। आप भी समझिएः
शैलेश कुमार न्यूज़ नेशन के सीईओ एवं प्रधान संपादक रह चुके हैं। उससे पहले उन्होंने देश के पहले चौबीस घंटा न्यूज़ चैनल - ज़ी न्यूज़ - के लॉन्च में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। टीवी टुडे में एग्ज़िक्युटिव प्रड्यूसर के तौर पर उन्होंने आजतक