
श्रवण गर्ग
जेपी आज होते तो कितने लोग उनका साथ देते?
- • विचार • 8 Oct, 2020
हाथरस: ‘ऑनर किलिंग’ बताना राजनीति का अत्यंत ही घिनौना चेहरा
- • विचार • 6 Oct, 2020
हम क्यों ढोंग करते हैं कि गाँधी आज भी प्रासंगिक हैं, क्यों नहीं मानते उनकी ज़रूरत नहीं है?
- • विचार • 2 Oct, 2020
लता मंगेशकर यानी ख़ुशबू के शिलालेख पर लिखी प्रकृति की कविता
- • सिनेमा • 30 Sep, 2020
कोरोना: महामारी का कहर, सरकारों की काहिली और अकेले पड़ते लोग
- • विचार • 28 Sep, 2020
हरिवंश कथा और संसदीय व्यथा
- • विचार • 24 Sep, 2020
क्या सरकारों के ख़िलाफ़ बोलने की हिम्मत खो चुके हैं लोग?
- • विचार • 18 Sep, 2020
महामारी, बेरोज़गारी, आर्थिक संकट पर कोई बात नहीं, चैनलों पर सिर्फ़ कंगना की चर्चा!
- • विचार • 12 Sep, 2020
अमेरिकी चुनाव: ओपिनियन पोल में बाइडन आगे, पर चमत्कार ही हरा सकता है ट्रम्प को
- • दुनिया • 9 Sep, 2020
प्रशांत भूषण ने क्यों स्वीकार की जुर्माने की सजा?
- • विचार • 1 Sep, 2020
कांग्रेस नेताओं को पार्टी में क्यों शामिल कर रही है बीजेपी?
- • विचार • 17 Jul, 2020
सचिन पायलट का विद्रोह तो वास्तव में राहुल के ख़िलाफ़ है!
- • विचार • 14 Jul, 2020
एनकाउंटर में विकास दुबे की मौत से क्या आतंक का युग ख़त्म हो गया?
- • विचार • 12 Jul, 2020
चीन नाराज़ हो जाएगा, इस डर से भारत ने दलाई लामा को नहीं दी जन्मदिन की शुभकामनाएँ?
- • विचार • 9 Jul, 2020
अपनी ही स्थापित छवि को खंडित करते नज़र आ रहे पीएम मोदी!
- • विचार • 7 Jul, 2020
दीया मिर्ज़ा ने तो पूछ लिया है! आप क्या सोचते हैं?
- • विचार • 4 Jul, 2020
सिर्फ़ पचास करोड़ लोगों को ही मुफ़्त का अनाज नहीं चाहिए!
- • विचार • 2 Jul, 2020
क्या इंदिरा गाँधी सचमुच में एक क्रूर तानाशाह थीं?
- • विचार • 29 Jun, 2020
आपातकाल नहीं चाहिए तो फिर कुछ बोलते रहना बेहद ज़रूरी है!
- • विचार • 28 Jun, 2020
बुखार और आपातकाल सूचना देकर नहीं आते, लक्षणों से ही समझना पड़ेगा
- • विचार • 25 Jun, 2020
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