“क्या आपने यह कहा कि नागरिकता संशोधन क़ानून (सीएए) मुसलमान-विरोधी था?” पत्रकार के इस प्रश्न का उत्तर देने में पल गँवाए बिना जवाब आया, “नहीं! हमने कहा कि यह संविधान-विरोधी था।” “क्या आपने यह नहीं कहा?” “नहीं, हमने सारे भारतीयों को कहा कि यह क़ानून संविधान-विरोधी है।”