घृणा को पहचानना और उसे नाम  देना इतना कठिन नहीं जितना वह पिछले 10 साल में भारत की पुलिस, चुनाव आयोग और अदालतों के लिए दिखलाई पड़ता रहा है। दिल्ली की राउज़ एवेन्यू अदालत के विशेष न्यायाधीश जितेंद्र सिंह ने यह बतलाया जब उन्होंने भारतीय जनता पार्टी के नेता और अब दिल्ली के क़ानून मंत्री कपिल मिश्रा को उनके नफ़रत भरे बयान के अपराध के आरोप से मुक्त करने से इनकार किया।