मोदी सरकार की घरेलू नीति से लेकर विदेश नीति तक अब सिर्फ हिन्दू-मुसलमान के आसपास घूमती रहती है। कैसे कहीं से कुछ ऐसा मिल जाये ताकि इस मुद्दे को जिन्दा रखा जाये और वोट की फसल काटी जाती रहे। लेकिन इन सब के बीच भारत एक नाकाम विदेश नीति कं भंवर जाल में फंस कर रह गया है। बांग्लादेश इसका आदर्श उदाहरण है। वरिष्ठ पत्रकार राकेश कायस्थ ने बांग्लादेश के बहाने इसी का विश्लेषण किया है, पढ़ियेः