विक्रम मिश्री ने बांग्लादेश के विदेश सलाहकार से मुलाकात के बाद कहा, "आज (सोमवार) की चर्चा के दौरान हम दोनों को अपने संबंधों का जायजा लेने का मौका मिला है। बातचीत स्पष्ट और रचनात्मक रही।" उन्होंने कहा, "हमने बांग्लादेश के घटनाक्रम पर भी बात की और वहां के अल्पसंख्यकों की सुरक्षा से संबंधित चिंताओं सहित भारत की चिंता की जानकारी दी। हम लोगों ने सांस्कृतिक और धार्मिक संपत्तियों पर हमलों की अफसोसजनक घटनाओं पर भी बात की।"
बांग्लादेशी विदेश मंत्रालय के अधिकारी ने कहा, "हमारे विदेश सचिव जशीम उद्दीन और भारत के विदेश सचिव विक्रम मिश्री के बीच बैठक राज्य अतिथि गृह पद्मा में तय कार्यक्रम के अनुसार हुई। उन्होंने पहले अकेले में संक्षिप्त बातचीत की और फिर दोनों पक्षों के प्रतिनिधियों के साथ औपचारिक बैठक शुरू हुई।"
बांग्लादेश में अगस्त में बड़े पैमाने पर शेख हसीना के खिलाफ प्रदर्शन हुए। शेख हसीना को देश छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा और उन्होंने भारत में शरण ली। इसके बाद भारत और बांग्लादेश के बीच घनिष्ठ संबंधों में तनाव में आ गया। हसीना के जाने के कुछ दिनों बाद नोबेल शांति पुरस्कार विजेता मोहम्मद यूनुस अंतरिम सरकार के सलाहकार नियुक्त किये गये।
सितंबर में हुए संयुक्त राष्ट्र शिखर सम्मेलन में भाग लेने के लिए अपने-अपने देश से पीएम मोदी और बांग्लादेश से यूनुस वहां पहुंचे लेकिन उनकी कोई बैठक नहीं हुई। समझा जाता है कि विदेश सचिव विक्रम मिश्री सलाहकार मोहम्मद यूनुस से मिल सकते हैं। भारत-बांग्लादेश मंगलवार को साझा बयान जारी कर सकते हैं।
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