यूरोप की अर्थव्यवस्था की स्थिति डाँवाडोल क्यों है? क्यों कुछ देशों में तकनीकी तौर पर आर्थिक मंदी आ गई है? क्या वहाँ की कंपनियों की भी वैसी ही स्थिति है या फिर वे मालामाल हैं?
पिछले कुछ महीनों से जिस तरह से आर्थिक मंदी के आने की संभावना और फिर उस संकट से उबर जाने की उम्मीद जताई गई थी, इसी बीच अब यूरोज़ोन के आर्थिक मंदी में जाने की रिपोर्ट आ गई है। जानें यूरोज़ोन का स्वास्थ्य कैसा है।
जिसका डर था, वही आशंका सामने आई है। विश्व मुद्रा कोष (आईएमएफ) ने आज मंगलवार को कहा है कि भारत में 2023 में मंदी आ सकती है लेकिन 2024 में हालात मामूली ठीक हो जाएंगे। आईएमएफ ने मंगलवार को विश्व अर्थव्यवस्था आउटलुक रिपोर्ट में यह बात कही।
दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं की अनिश्चितताओं के बीच अब अमेज़न ने बड़े पैमाने पर नौकरियों में कटौती करने की योजना बनाई है। जानिए, कंपनियाँ ऐसा फ़ैसला क्यों ले रही हैं।
2023 में दुनिया में आर्थिक मंदी की आशंका है तो भारत में इसका क्या असर होगा? जानिए, क्या कहते हैं आर्थिक जानकार और देश की आर्थिक नब्ज क्या देती है संकेत।
ऐसे में जब 2023 में वैश्विक मंदी की आशंका जताई जा रही है, क्या भारत की अर्थव्यवस्था में कुछ उम्मीद बाक़ी है? विश्व बैंक किस आधार पर कह रहा है कि भारत की जीडीपी वृद्धि दर साढ़े छह फीसदी से ज़्यादा रहेगी?
दुनिया भर में 2023 में जिस आर्थिक मंदी की आशंका जताई जा रही थी क्या उसे टाला नहीं जा सकता? शोधकर्ता भारत सहित दुनिया की अर्थव्यवस्था को लेकर क्या अनुमान लगा रहे हैं।
दुनिया भर में महंगाई बढ़ रही है और इसका असर राजनीति पर भी पड़ रहा है। जानिए, आख़िर अमेरिका कैसे निपट रहा है और ब्रिटेन के दो प्रधानमंत्रियों ने कैसे निपटने की कोशिश की। भारत इनसे सबक़ लेगा?
क्या दुनिया में जिस आर्थिक मंदी की आशंका जताई जा रही है, उसका संकेत अब आईएमएएफ़ ने भी दे दिया है? जानिए, इसने दुनिया भर के देशों और भारत का विकास दर अनुमान क्यों घटाया।
अमेरिका, ब्रिटेन, चीन सहित दुनिया भर में आर्थिक हालात बेहद ख़राब होने के संकेत मिल रहे हैं तो क्या भारत इससे बच बाएगा? यदि भारत को इससे मुकाबला करना है तो इसे क्या करने की ज़रूरत है?
दुनियाभर में आर्थिक मंदी का असर दिखना शुरू हो गया है। भारत की नामी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) कंपनियों ने भर्तियां बंद की हैं। जिन फ्रेशर्स को ऑफर लेटर दिए गए थे, उनके ऑफर लेटर रद्द कर दिए गए हैं।
अमेरिका, ब्रिटेन, चीन सहित दुनिया भर में आर्थिक हालात बेहद ख़राब होने के संकेत मिल रहे हैं तो क्या भारत इससे बच बाएगा? यदि भारत को इससे मुकाबला करना है तो इसे क्या करने की ज़रूरत है?
दुनिया भर के देशों के सामने आ रहे आर्थिक संकट के बीच अब भारत की आर्थिक स्थिति को लेकर आख़िर चिंताएँ क्यों उठने लगी हैं? क्या विदेशी मुद्रा भंडार पर असर पड़ रहा है इसलिए?