जहाँ तेजी होती है वहाँ मंदी भी आती है। यह अर्थव्यवस्था का एक चक्र है जो शाश्वत है। लेकिन ऐसा बहुत कम बार ही हुआ है कि सारी दुनिया मंदी की चपेट में आ गई हो। पहले तो कोरोना वायरस ने सारी दुनिया की अर्थव्यवस्थाओं को चोट पहुँचाई और फिर महंगाई का ऐसा दौर आया कि अमेरिका जैसा देश भी हिल गया। वहाँ महंगाई की दर बढ़कर 9 फ़ीसदी पर जा पहुँची थी। मंदी के चिन्ह वहां साफ दिखने लगे हैं।