इस लोकसभा चुनाव के बीच ही कलकत्ता हाईकोर्ट के कई फ़ैसले सुर्खियों में रहे हैं। इन फ़ैसलों से टीएमसी नाराज़ भी हुई और बीजेपी के ख़िलाफ़ कई गंभीर आरोप भी लगाए। चाहे वो सुवेंदु अधिकारी के ख़िलाफ़ एफआईआर दर्ज करने से पहले हाईकोर्ट से अनुमति लेने का मामला हो या फिर पूरे राज्य के ओबीसी सर्टिफिकेट को रद्द करने का मामला या फिर 25 हज़ार स्कूली शिक्षक और स्टाफ़ की नियुक्तियों पर रोक का फ़ैसला। हर फ़ैसले का बीजेपी ने इस चुनाव में फायदा उठाया है।